इस इश्क़ के जहाँ में मेरे दिल की ज़मी जो बंजर पड़ी हैं तुम वफा की बारिश करके उस पर मेरे इश्क़ की छोटी सी आशाओं के फूल खिला दो #इश्क #ज़मी #फूल #बारिश #बंजर #आशा