Nojoto: Largest Storytelling Platform

रेत के जैसे हो गये हैं रिश्ते आज कल, मैं जितना भी

रेत के जैसे हो गये हैं रिश्ते आज कल,
मैं जितना भी कस के पकड़ता हूँ
वो फिर भी फिसल जाते हैं....
जैसे रेत फिसल जाती है मुट्ठी से और
हाथ खाली रह जाता है........

©Rajni Sardana
  #PhisaltaSamay_Or_rishte