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{{{ गुरु चरणों मे समर्पित }}} गुरु जी गर साथ न म

{{{ गुरु चरणों मे समर्पित }}}

गुरु जी गर साथ न  मुझको तुम्हारा  मिला  होता ।
पूँछ  विहीन पशु के समान मैं कहीं पे पड़ा होता ।।
   कुम्भार बन इस निराकार को आकार न दिया होता ,
     जीवन के इस खूबसूरत सफ़र में फिर मैं कहाँ होता ।१।
अगर गुरु पतवार न होता तो कोई भवपार न होता !
गुरु उपदेश के बगैर किसी को आत्मसात् न होता ।।
  कहीं क़द्र न होता विद्या और विद्वानो का इस जहाँ में ,
      यदि देव,दैत्य,मानव को गुरु का साक्षात्कार नही होता !२!

                                     ~~  कवि राहुल पाल ~~ #Worldteachersday 

{{{ गुरु चरणों मे समर्पित }}}

गुरु जी गर साथ न  मुझको तुम्हारा  मिला  होता ।
पूँछ  विहीन पशु के समान मैं कहीं पे पड़ा होता ।।
कुम्भार बन इस निराकार को आकार न दिया होता ,
जीवन के इस खूबसूरत सफ़र में फिर मैं कहाँ होता !१!
{{{ गुरु चरणों मे समर्पित }}}

गुरु जी गर साथ न  मुझको तुम्हारा  मिला  होता ।
पूँछ  विहीन पशु के समान मैं कहीं पे पड़ा होता ।।
   कुम्भार बन इस निराकार को आकार न दिया होता ,
     जीवन के इस खूबसूरत सफ़र में फिर मैं कहाँ होता ।१।
अगर गुरु पतवार न होता तो कोई भवपार न होता !
गुरु उपदेश के बगैर किसी को आत्मसात् न होता ।।
  कहीं क़द्र न होता विद्या और विद्वानो का इस जहाँ में ,
      यदि देव,दैत्य,मानव को गुरु का साक्षात्कार नही होता !२!

                                     ~~  कवि राहुल पाल ~~ #Worldteachersday 

{{{ गुरु चरणों मे समर्पित }}}

गुरु जी गर साथ न  मुझको तुम्हारा  मिला  होता ।
पूँछ  विहीन पशु के समान मैं कहीं पे पड़ा होता ।।
कुम्भार बन इस निराकार को आकार न दिया होता ,
जीवन के इस खूबसूरत सफ़र में फिर मैं कहाँ होता !१!

#Worldteachersday {{{ गुरु चरणों मे समर्पित }}} गुरु जी गर साथ न मुझको तुम्हारा मिला होता । पूँछ विहीन पशु के समान मैं कहीं पे पड़ा होता ।। कुम्भार बन इस निराकार को आकार न दिया होता , जीवन के इस खूबसूरत सफ़र में फिर मैं कहाँ होता !१! #Nojotochallenge #nojotopoetry #nojotohindi #शायरी #nojotoquotes #nojotoapp #nojotonews #nojotohindishayari