शिक्षा ही संस्कारों की जननी है संविधान ने सभी को शिक्षा का अधिकार दिया, शिक्षित कर विचारों को मनुष्यता का पाठ सभी को पढ़ाकर कर्तव्य निभाना है। शिऐ के प्रति जागरूक करके ही समाज को परिवर्तन की धारा में लाना संभव है शुद्ध और सूदृढ़ मानसिकता के संग ही एक नए विश्व का पदार्पण करना संभव है। संकुचित विचारों वाली मानसिकता को हटाकर एक शिक्षित समाज बनाना है बस मानव धर्म हो जहां सर्वोपरि ऐसी एक नई चेतना को समाज में जगाना है। कर्तव्यों के निर्वाहन करने व अधिकारों को प्राप्त करने के लिए शिक्षा जरूरी है शिक्षा और शिक्षार्थ से ही जीवन में नाम हो सकता है सबको समझना जरूरी है। #शिक्षाऔरशिक्षार्थ #विशेष _प्रतियोगिता #कोराकागज विशेष प्रतियोगिता #कोराकागज #collabwithकोराकागज #yqbaba #yqdidi