दिल चाहता है रोना, मगर आँसू ही नहीं निकलते। उन आँसुओं की क्या कहें, जो निकलते हैं बिन पानी के। समस्या बन गई है रोने की, कैंसे ज़ाहिर करें इन आँसुओं काे, इस गहरी दुपहरी में, सूख जाते हैं आँसू। Diary 07.12.2003 #दिल #आँसू #ज़ाहिर #दुपहरी #yqdiary #yqquotes