€€युवा पीढ़ी- विकास की सीढ़ी€€ राह चलता पथिक ठहर गया आज उगता हुआ सूरज भी ढल गया आज जन्म लिया सपनों का ताज लेकर प्रफुल्लित होगा देश तेरा साथ देकर विपदाएँ कभी कम न होगी तू इस तरह अपनी जान न देगी खुशहाली है घर में बेटा हुआ है शिक्शा* के नाम पर उखड़ा हुआ तू तो देश का गौरव बनेगा तू इस तरह अपनी जान न देगा कॉलेज हो या ससुराल परीक्शा*हो या रीति- रिवाज हिम्मत कभी कम न होगी तू इस तरह अपनी जान न देगी घर हो या बाहरी संसार उपलब्ध है सुविधाएँ अपार जलता चिराग कभी बुझ न पाएगा तू इस तरह अपनी जान न गवाएंगा NIIT हो या JEE Mains साथ देगा देश का PM न उठाओ सिर पंखे की ओर देश देख रहा तुम्हारी ओर -२ no more suicide... #suicide #youth #future