कमबख्त आख़िर ! कब तक सताएगा कभी न कभी तो तुझसे मिलने ही आएगा ए तो वक्त की बात है वक्त आने पर सब कुछ बताएगा कि तुझसे प्यार है या नफ़रत करता है तुम पर या तुम्हारे जिस्मों पर मरता है तुम पर जान छिड़कने वाला सोचा था, मैंने ! ए तो जिस्मों का भूखा आशिक लगता है ।। मोहतरमा जी ! 🥀🥀 कवि अंकित पाल 🥀🥀 उत्तर प्रदेश जनपद आजमगढ़ ©AnkitPalWriter #जिस्मों का आशिक़ लगता है #Nojoto #शायरी #Ankitpalwriter