"एतबार अधूरा" बंदगी में ख़ुदा की जो एतबार अधूरा, मनचाहा कभी ना होता पूरा, इश्क में हो जो एतबार अधूरा, युगल बिछडन का इशारा। कहीं एतबार के सिक्के खोटे हैं, कभी लोग एतबार में हँसते रोते हैं, कोशिश कर दिल एतबार किसी में ढूँढे, मंज़िल पाकर भी दरबदर एतबार ही ढूँढे। ख़ुद पर एतबार हो जिंदगी तो गुलज़ार, जब ख़ुद पर एतबार अधूरा तो हम बेज़ार। गुलाब सा एतबार कर दिल अपनों पर, काँटे हैं,पर चुभन का असर केवल घातक पर। कोरा कागज की प्रतियोगिता हम लिखते रहेंगे के लिए टीम काव्यांजलि के आज के शब्द "एतबार अधूरा" बंदगी में ख़ुदा की जो "एतबार" अधूरा, मनचाहा कभी ना होता पूरा, इश्क में हो जो एतबार अधूरा, युगल बिछडन का इशारा।