दुनिया में रिश्ते ,नातेदारों की तो अब भी कमी नहीं है। अगर कुछ है तो बस उनमें अब पहले सा "अपनापन" नहीं है। अबोध_मन//"फरीदा" ©अवरुद्ध मन #अबोध_मन #अबोध_चिंतन