वक़्त रुक रुककर देखता है अपने दिए ग़मों के निशान, शायद वो भूल गया कि कभी हम भी वक़्त के सबसे वफ़ादार हुआ करते थे! मुझे इसका ग़म नहीं की वक़्त मेरी नहीं सुनता, तकलीफ़ इसकी ज्यादा है कि मैंने उसकी ना सुनी! #kumaarsthought #paidstory #वक़्त #सुनता