दोस्ती का पंचनामा ऐ हवा गुजरने वाली कभी उसको भी मेरी याद दिलाया कर सुबह शाम उनके संग दो पल के लिए तो मुस्कुराया कर माना थोड़ा मजबूर है वो मुझ से थोड़ा दूर है वो बस एक एहसास का दीप तू रोज वहां जलाया कर यह संदेशा मेरा कभी तो तू पहुंचाया कर जब तक सासं है हृदय में आप हमारे दिल में हो अगर मिट्टी भी बन जाए हम अगला जन्म आपके घर में हो दोस्त नहीं भाई मिला है प्यार करने वाला हलवाई मिला हे ऐसे भाई को सलाम मेरा जिसने वक्त के चलते मुझे याद किया हे दोस्ती करना तो धोखा मत देना दोस्ती में दोस्तों को आंसुओं का तोहफा मत देना रोए कोई जब भी आपको याद करके ऐ मेरे दोश्त ऐसा किसी को मौका मत देना #Labour_Day दोस्ती का पंचनामा