पड़ गया लोड दिमाग पर, संगरूरवी के भारा। फुलों से कोमल दिल को, किसी लिए तोड़ दिया। तूझ पर मर मिटने वाले को, क्यों तुम ने छोड़ा। बताओ मुझे संगरूरवी, कहां की नयन जयोति हुर परी है। ©Sarbjit sangrurvi पड़ गया लोड दिमाग पर, संगरूरवी के भारा। फुलों से कोमल दिल को, किसी लिए तोड़ दिया। तूझ पर मर मिटने वाले को, क्यों तुम ने छोड़ा। बताओ मुझे संगरूरवी, कहां की नयन जयोति हुर परी है। @©®✍️ सरबजीत संगरूरवी