*आम आदमी* आज एक अद्भुत दृश्य देख कर मन मे विकराल तुफान उठने लग गया.... मे 07:30 PM मन्दिर जा रही थी वही बीच रस्ते में मेरी नजर सड़क के किनारे पड़े कचरे के ढेर मे खड़े एक व्यक्ति.... जिसके चहरे पर कई झुर्रिया , आँखों में नमी.... हाथो मे कई दरारें.... मेरी नजर उन बुढ़े हाथो पर जा अटक गई.... जो(हाथ) उस कचरे के ढेर मे पड़े टमाटर को अपनी झोली में भर रहे थे.... . ये आम आदमी नहीं.... ये तो वो खुदा है.... जिसके दर्शन करने में मन्दिर जा रही थी.... क्योंकि एक खुदा ही है जिसके लिए कुछ भी अमूल्य नहीं है ©बिलखते अल्फ़ाज़ #आम_आदमी #खुदा #nojotopoetry #nojotohindi #Nojoto