नाम उसके तू यह ज़िन्दगानी लिख दे । प्यार की अपने तू अब कहानी लिख दे ।।१ वक्त की आज यह मेहरबानी लिख दे । कुछ आप बीती ही परेशानी लिख दे ।।२ सूख गये हैं जो फूल अब किताबों में । तू उनको मुहब्बत की निशानी लिख दे ।।३ दिल तो देते जहाँ में सब हसीनों को । तू अब अपनों के नाम जवानी लिख दे ।।४ तू जो लिख रहा है गीत औ ग़ज़ले यह । सब गुरुवर की यह मेहरबानी लिख दे ।।५ सब लिखतें रईशों के कारनामें हैं । तू मज़लूम की आँख का पानी लिख दे ।।६ जो कल दिल बिछाए खड़ी थी राहों में । तुम अपनी उसे प्रखर दीवानी लिख दे ।।७ २७/११/२०२३ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR नाम उसके तू यह ज़िन्दगानी लिख दे । प्यार की अपने तू अब कहानी लिख दे ।।१ वक्त की आज यह मेहरबानी लिख दे । कुछ आप बीती ही परेशानी लिख दे ।।२