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saurabhjaiswal7710
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Saurabh Jaiswal

चित्त गवांर, मति शहरी हूं, मैं मन का प्रहरी हूं!

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Saurabh Jaiswal

#love #emotions #breakup
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Saurabh Jaiswal

जज़्बात के पैमानों को संभाल कर रखिये ज़नाब,

अक़्सर "मन की गहराइयों" में, फ़रेब छिपे होते हैं। #love #emotions #oneliner
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Saurabh Jaiswal

यूं ही  जलते रहेंगे तेरी यादों में उम्र भर,
अब तो 'दीये' भी मेरे आंसुओ के मुरीद हैं!
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Saurabh Jaiswal

वो गजब का फ़रेबी था,
क्या ख़ूब आबाद हुआ!

इश्क महज़ किस्सा था
मैं बेवज़ह बर्बाद हुआ। #shayri #ishq
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Saurabh Jaiswal

ध्यान! चेहरे पर शर्माते कातिल 'तिल' में है
जरा मुस्कुराइए, आप अब भी 'दिल' में हैं! #dil
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Saurabh Jaiswal

चित्त गवांर, 

मति शहरी हूं,

मैं मन का प्रहरी हूं! #मन #प्रहरी #शहरी #गवांर
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Saurabh Jaiswal

अब इश्क नहीं 'फ़रेब' याद है,
उसके एक-एक 'ऐब' याद है!

          ~ "सौरभ"
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Saurabh Jaiswal

बादाम क्या चीज़ है ज़नाब..
धोखा खाइए, अक्ल जल्दी आएगी !
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Saurabh Jaiswal

मन चंचल है, 
फिर विचलित क्यूं!

मृग-तृष्णा सा मोह लिए मैं, 
उन पर ही मैं अर्पित क्यूं!

यादों की उन पुनरावृति में,
स्वप्न में ही मैं पुलकित क्यूं!

भाव लिए, बे-भाव लिए
अब मद्य से ही हर्षित हूं। #poem #shayr #mann_ka_prahri
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Saurabh Jaiswal

दिल और दिमाग़ के मिश्रण से जो रायता बनाकर तुमने फैलाया है न उसे ही 'जज़्बात' कहते हैं।

एक न एक दिन समेटना भी तुम्हें ही है! 😉

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