Nojoto: Largest Storytelling Platform
nidhisingh2359
  • 187Stories
  • 862Followers
  • 5.9KLove
    9.1KViews

NIDHI SINGH SONAM

  • Popular
  • Latest
  • Video
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

जो गुजरनी थी उम्र 
 तेरी इबादत में,
वही गुजर रही है तुझसे
मुखबिरी करते!!

©NIDHI SINGH SONAM #lookingforhope
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

गज़ल के भी हिस्से आया 
भटकना दर-दर,
लिखा, किसी पर गया 
और गाया किसी पर!

©NIDHI SINGH SONAM
  #kitaab
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

White कल रात इक मस'अले पर 
रो रहें थे दोनों,
दुनियादारी जरूरी थी
तो,मोहब्बत छोड़ रहे थे दोनों!
वो किसी और का था
दुसरे का नसीब कहीं और,,
इसी बात पर अलविदा 
ले रहे थे दोनों!!
“इश्क सिखला रहा था यही”
{ सब आए मोहब्बत में
सब्र न आए,जो आए तो
 फिर महबूब हाथ से जाए }
इश्क के किन बारीकियों में 
ढल रहे थे दोनों!
मस'अलन फिर भी एक दूसरे 
के दिल में धड़क रहे थे दोनों।।

©NIDHI SINGH SONAM #Romantic
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

पुरष ने ईश्वर बनने को 
मार्ग चुना, महाभिनिष्क्रमण!
स्त्री को स्त्री बने रहने को 
मिला घर का एक कोना!!
पुरुष की पीड़ा लौकिक 
स्त्रियों की अलौकिक!!

©NIDHI SINGH SONAM #aaina
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

साबुत दुख, निगलने को 
काफी होता है।
एक कमरा और
अपना आप!!

©NIDHI SINGH SONAM #MoonShayari
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

शिखर चढ़ कर उतरना पड़ता है!
मुझे तो आपके मार्ग में
ही भटकते रहना है!!

©NIDHI SINGH SONAM #Mahadev❤

Mahadev❤ #भक्ति

394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

चैत्र राग गाऊं,
के मधुमास आया!
स्वामी के आंगन में है
सदा फाग रंग छाया!! 
इंद्रियां ही रंग जाए
जहां प्रेम रंग में
विपरीत संगि मे भी 
 वहां संग आए!!
रंगी हुं मैं अपने ही
 पिया रंग में,
अजी.... 
कैसा अनोखा मैंने
पिया पाया!!

©NIDHI SINGH SONAM #Holi
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

एक ही दुख तन पर सौ बार पड़े!
मन है व्यथाओ के दास बने,
न प्राण छूटे, न आराम मिले,,
एक ही दुख तन पर सौ बार पड़े!!
जब दिशाएं हो तमस से भरे,
जीवन हो संशय घिरे!
कर्तव्यपथ से है हर बार हटे
स्वयं से है हम कई बार भिड़े,
जो वीर कह गए,है कर्म बड़े!
उनसे पूछे? फिर क्यों है,
भाग्य समक्ष खड़े!!
अब करे जो करे काल करे,
हम अभीभूत विकल्पहीन चलें।।

©NIDHI SINGH SONAM #optionless
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

तेरे दिल की चाहते
मेरी चौखट रंगीन करेगी!
यूं ही मेहरबां रहो तुम
मेरे घर में रौनक रहेगी!
सुबह की चाय हो या 
 शाम वाली गुफ्तगू!
तुम्हारे होने से आंगन 
में‌ चहचाहट होगी!
मेरी गिरिजा बनो तुम
ये भूमि भी कैलाश बनेगी!!

©NIDHI SINGH SONAM # घर
394c12c3d1950503881e23ed93ee4171

NIDHI SINGH SONAM

एक तो सीमित उम्र का होना हुआ,
उसपर कुछ समय का तुमसे मिलना हुआ।
नियति का ये ओछापन प्रिय,
अपने ही संग होना हुआ!
लिखा जो भाग्य विधि ने ,
वही तो सिर्फ होना हुआ।
नियति का ये ओछापन प्रिय 
अपने ही संग होना हुआ!!

©NIDHI SINGH SONAM #PhisaltaSamay
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile