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kamleshkamlesh7821
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Kamlesh Kamlesh

Food corporation of india sayari and poet writer etc.

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Kamlesh Kamlesh

Alone  हमारा टूटना तो था ही 
 तुम जो खिलौना समझे थे हमको

©Kamlesh Kamlesh #alone
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Kamlesh Kamlesh

ढूंढ़ तो लेते अपने प्यार को हम,
शहर में भीड़ इतनी भी न थी.
पर रोक दी तलाश हमने,
क्योंकि वो खोए नही थे
 बदल गए थे.
S.T.

©Kamlesh Kamlesh # प्यार में धोखा

# प्यार में धोखा #शायरी

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Kamlesh Kamlesh

चाल चल लो तुम अपनी बात से।
हम वकील है तुम्हारे औकात से।।

©Kamlesh Kamlesh #WorldBloodDonorDay
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Kamlesh Kamlesh

#WorldEnvironmentDay  पर्यावरण का करो संरक्षण
नहीं तो प्रदूषण कर जाएगा मानवता का भक्षण।

©Kamlesh Kamlesh # worldEnvironmentDay

#WorldEnvironmentDay

# worldEnvironmentDay #WorldEnvironmentDay

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Kamlesh Kamlesh

उसकी आदत है मेरे बाल बिगाड़े रखना
 उसकी कोशिश हैं मैं किसी और को अच्छा न लगूं।

©Kamlesh Kamlesh # मेरे बाल

#Love

# मेरे बाल #Love

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Kamlesh Kamlesh

दिल पर आये हुए इल्जाम से पहचानते हैं,
लोग अब मुझे तेरे नाम से पहचानते हैं।

©Kamlesh Kamlesh #Haal_e_dil
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Kamlesh Kamlesh

देखी जो नब्ज मेरी तो हँस कर बोला हकीम,
तेरे मर्ज़ का इलाज महफ़िल है तेरे दोस्तों की।

©Kamlesh Kamlesh #couple love 

#Couple
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Kamlesh Kamlesh

बादलों से टूट कर भी लिपटे है पत्तो के दामन से,
जमीन पर गिरने से डरती हैं शायद कुछ बूंदे।

©Kamlesh Kamlesh
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Kamlesh Kamlesh

हमारा दिल सवेरे का सुनहरा जाम हो जाए
चिराग़ों की तरह आँखें जलें, जब शाम हो जाए

मैं ख़ुद भी एहतियातन, उस गली से कम गुजरता हूँ
कोई मासूम क्यों मेरे लिए, बदनाम हो जाए

अजब हालात थे, यूँ दिल का सौदा हो गया आख़िर
मुहब्बत की हवेली जिस तरह नीलाम हो जाए

समन्दर के सफ़र में इस तरह आवाज़ दो हमको
हवायें तेज़ हों और कश्तियों में शाम हो जाए

मुझे मालूम है उसका ठिकाना फिर कहाँ होगा
परिंदा आस्माँ छूने में जब नाकाम हो जाए

उजाले अपनी यादों के हमारे साथ रहने दो
न जाने किस गली में, ज़िंदगी की शाम हो जाए

©Kamlesh Kamlesh #AWritersStory 

#AWritersStory
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Kamlesh Kamlesh

इतना बोझ कागज पे कैसे उतार दूं
नाजुक हैं ये तुम्हारी तरह पत्थर का नही।।

©Kamlesh Kamlesh #CalmingNature
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