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rekhasrivastava3504
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Rekha Srivastava

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Rekha Srivastava

नहीं करना तलाश अब मुझे कोई और ज़ब्त की दुनियाँ, 
तू कर नहीं सकता ये फ़ैसला कि तू मेरे क़ाबिल नही रहा।

©Rekha Srivastava #sadquote
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Rekha Srivastava

तेरा दर्द बांट लूँ मेरे हक़ में इतनी गुंजाइश कर दे,
तू मेरा ही रहे कोई तो ख़ुदा से ये सिफ़ारिश कर दे।

🌹💕

©Rekha Srivastava #lovequotes
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Rekha Srivastava

ग़ज़ल - अगर तुम कहो तो मैं ख़ुद को भुला दूँ, 
तुम्हारे लिए अपनी ख़ुशियाँ लुटा दूँ । ...

ग़ज़ल - अगर तुम कहो तो मैं ख़ुद को भुला दूँ, तुम्हारे लिए अपनी ख़ुशियाँ लुटा दूँ । ... #शायरी

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Rekha Srivastava

कभी मैं मुस्कुराती हूँ, कभी फिर गुनगुना ती हूँ

कभी मैं मुस्कुराती हूँ, कभी फिर गुनगुना ती हूँ #शायरी

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Rekha Srivastava

कविता  - जीवन का ताना बाना बंधा है मृगतृषणा की जंजीरों से ..

कविता - जीवन का ताना बाना बंधा है मृगतृषणा की जंजीरों से ..

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Rekha Srivastava

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Rekha Srivastava

सुनो #मेरीजानज़िन्दगी तुम्हारे लिए ....

मेरे अश्रुओं को न भुला सकोगे कभी,
क्या क़र्ज़ उतार उनका सकोगे कभी ।
जिस तरह मैंने निभाया रिश्ता तुमसे,
क्या तुम भी वैसे निभा सकोगे कभी ।
मैंने माँगा मन्नतों में बस तेरी ही ख़ुशी,
क्या मुझे हक़ मेरा दिला सकोगे कभी ।
मेरी दुआओं के बदले मेरे लिए इक बार, 
क्या सिर सज़दे में झुका सकोगे कभी ।
मेरी वफ़ाओं का मोल नहीं समझा तूने,
क्या मेरे टूटे ख़्वाब लौटा सकोगे कभी ।
रब से की हैं जो मिन्नते तुम्हें पाने की मैंने, 
क्या ख़ुद को तुम मेरा बना सकोगे कभी ।
दिया है मैंने भी तुम्हें मोहब्बतों का तोहफ़ा, 
क्या यादों की 'रेखा' को मिटा सकोगे कभी ।

©Rekha Srivastava एक गुज़ारिश 🌹💕🌹

एक गुज़ारिश 🌹💕🌹 #शायरी #मेरीजानज़िन्दगी

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Rekha Srivastava

सनम छेड़ो न मुझको तुम, निशा वैसे नशीली है,
बहक जाऊँ न इक पल में, हया मेरी लचीली है ।
सितम ढाती हैं मुझपर ये तुम्हारी मदभरी आँखें,
तेरी मिश्री भरी बातें गज्ज़ब की वो रसीली हैं ।

सनम छेड़ो न मुझको तुम, निशा वैसे नशीली है, बहक जाऊँ न इक पल में, हया मेरी लचीली है । सितम ढाती हैं मुझपर ये तुम्हारी मदभरी आँखें, तेरी मिश्री भरी बातें गज्ज़ब की वो रसीली हैं । #शायरी

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Rekha Srivastava

तेरे ख़्यालों को दिल से न निकालूँ अब मैं, 
तू मेरे रोम रोम में बसकर मेरा हो गया है ।

©Rekha Srivastava तेरे ख़्यालों को दिल से न निकालूँ अब मैं,
तू मेरे रोम रोम में बसकर मेरा हो गया है ।

#loveshayari

तेरे ख़्यालों को दिल से न निकालूँ अब मैं, तू मेरे रोम रोम में बसकर मेरा हो गया है । #loveshayari #शायरी

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Rekha Srivastava

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