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nljangid2709
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Nand lal suthar

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Nand lal suthar

बारिश, सर्दी और तन्हाई 
ऐसे में घर की याद आई
याद आये पकोड़े बनाना
और बनाने वाली माई।

©Nand lal suthar #Love
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Nand lal suthar

देखो रे भाई , आई दीवाली
जगमग-जगमग रात सुहानी
अंधकार में करदे उजाला
दीप ज्योत तम हरने वाला।

ये तम असुर जाति का सूचक
दीप ज्योति राम की रूपक
आये लक्ष्मी दर-दर आये
सुख -समृद्धि घर-घर छाये।

बालक,युवक वृद्ध हो या नारी
हो किसान ,राजा या व्यापारी
सब के घर में खुशियां छाये
घर पर नूतन भोज बनायें।

आनंद,उल्लास हर मन में छाये
राम की मूरत मन में समाये
माँ सीता जब घर में आये
मिलकर सारे दीप जलाये। 

      -नन्दलाल सुथार"राही"

©Nand lal suthar #Diwali
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Nand lal suthar

नफरत (पार्ट -4)


ये जीवन एक दिन कट हैं जाना 
नफ़रत से आखिर मोक्ष है पाना
अब भी नहीं समझे जो तुम
फिर मिल के सबको है पछताना।

©Nand lal suthar #Anhoni
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Nand lal suthar

नफ़रत (पार्ट-3)

जी भर के मैं गाली तुझको दूँ
फिर खूब सा मारे मुझको तू
में जाऊँ पुलिस व थाने में
फिर घर उजड़ के खुश हम तूँ।

©Nand lal suthar #Motivation #Inspiration #Love #Hate
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Nand lal suthar

नफ़रत (पार्ट-2)


है जहर भरा है सीने में
अब बहुत मजा है जीने में
हम आपस में फिर लड़ जाए
फिर शाम बिताए पीने में।

©Nand lal suthar #Love #Motivation #Inspiration #poem #Hate
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Nand lal suthar

पार्ट - 1(नफ़रत)

मैं तुमसे नफरत करता हूँ
तू मुझसे नफरत करता है
ये सिलसिला है खानदानी
मैं उसको निभाता फिरता हूँ
तू उसको निभाता फिरता है।

©Nand lal suthar #motivational#hate

#seashore
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Nand lal suthar

*शहीद की पत्नी*
(शहीद का पार्थिव शरीर घर में आने पर उसकी पत्नी का रुदन गीत)

तुम आओगे घर आँगन में
मैंने द्वार सजा के रखा था
तुम आ भी गए घर आँगन में
पर क्यूँ हार चढ़ाए रखा था?

तुम थे जब वृहत पहाड़ो में
हम तो थे घर-गलियारों में
तुम हिम खंडों से दबे हुए
हम घर में अनल का ताप लिए।

नहीं गुजरा अब तक एक बसंत
ना होली हमनें मनाई संग
तुम इतनी जल्दी दौड़ गए
मुझकों क्यों अकेली छोड़ गए?

कुछ सपने थे मेरे अपने
संग तेरे थे पूरे करने
सपना था सपना टूट गया
पर अपना भी क्यूँ रूठ गया!

इक इक पल मुश्किल से काटा
मैंने तो घर के कोने में
पर इससे बड़ा दुःख क्या होगा
तो मिला है तुमको खोने में।

जब वचन दिए तूने मुझकों
जीवन भर साथ निभाओगे
चले गए तुम हो जहाँ अब
भला मुझकों कब बुलाओगे?

  (  *नन्दलाल सुथार"राही" , जैसलमेर, राजस्थान*)

©Nand lal suthar #Love #Women #Motivation #Inspiration #Life #India 

#IndianArmy
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Nand lal suthar

चाहे मुश्किलें तमाम आए
चारों ओर अंधेरा छाए
चाहे कोई भी हो बाधा
अब न रुकेंगे
ये है वादा।

©Nand lal suthar
  #Problem #poem #Motivation #Inspiration #Shayar 

#Journey
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Nand lal suthar

यूँ ऊंचे-ऊंचे कंगूरों पर
हमें चमकना नहीं आता
हम तो है नींव की ईंटे 
हमें ऊपर चढ़ना नहीं आता

हिल जाए अगर हम
सब गिर जाए
कंगूरों की औकात ही क्या
पर जिन्हें समझते है हम अपना
हमें उन्हें गिराना नहीं आता।

©Nand lal suthar #Motivation #poem #shayri 
#BuildingSymmetry
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Nand lal suthar

अब और गुलामी
जीवन के पथ 
कोई सुनामी
सीता का त्याग 
अब न सहेंगे
द्रोपदी की लाज
अब तो रखेंगे
अब न सहेंगे
दुखियों की पीड़ा
अब न सहेंगे
विष पीती मीरा।

©Nand lal suthar #CannotTolerate
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