Nojoto: Largest Storytelling Platform
abdulazimshaikh9370
  • 89Stories
  • 177Followers
  • 556Love
    706Views

Abdul Azim Shaikh

गजब की शख्सियत है मेरी जब मिला खुद से तो ये राज जाना इतनी आसानी से खुद के समझ में नहीं आया बाकी तो बहुत दूर है

  • Popular
  • Latest
  • Video
646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

हम तुम्हे चाहते थे चाहते है चाहते रहेंगे 
ये खता एक बार की है, सजा उम्रभर मिलेंगी।

©Abdul Azim Shaikh
  #ballet
646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

मिटा दे दिल से डर की छटा की ज़िंदा है तू

जीतकर जमीन ओ आसमान बता दे कि ज़िंदा है तू।

©Abdul Azim Shaikh
  Internet Jockey

Internet Jockey #कोट्स

646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

मैं इंकलाब लिखूंगा

तुम हुकूमत लिखना
मैं बगावत लिखूंगा

तुम किस्मत लिखना 
मैं मेहनत लिखूंगा।

तुम बरबाद लिखना 
मैं आबाद लिखूंगा।

तुम मुझे कैद रखना 
मैं आजाद रहूंगा।

तुम फसाद लिखना
मैं अमन लिखूंगा

तुम बर्बादी लिखना 
मैं आजादी लिखूंगा

तुम सैलाब लिखना 
मैं इंकलाब लिखूंगा

मैं इंकलाब लिखूंगा
मैं इंकलाब लिखूंगा।

©Abdul Azim Shaikh

646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

मै हक और बातिल को नहीं जानता
मसरूफ हूं दुनिया में सच नहीं जानता।

मेरी ही बस्ती में मेरा कातिल रहता
अंधा हूं जो मै उनको नहीं पहचानता।

मेरे हक में उठती आवाज नहीं सुनता
कौम के लिए लड़नेवालों को नहीं जानता।

क्यों ख़ामोश हूं मै ये नहीं जानता
मेरे ही कातिल को मै नहीं पहचानता।

मेरे दुश्मन ही दोस्त बन बैठे मै नहीं जानता
कौन खंजर मारेगा मै उसे नहीं जानता।

कौम के शहीदों को मै नहीं जानता
और कुरदोग्लो को नहीं पहचानता।

बुलाता है मुआज्जीन तो मै नहीं सुनता
अज़ान बुलाती है तो मै नहीं जाता।

सच ये है मै मेरा इस्लाम नहीं जानता
क्यों की मै पढ़ना नहीं जानता।

मेरे ही कौम से कई कलाम बने ये मै नहीं जानता
मसरूफ हूं दुनिया में मै खुद को नहीं पहचानता।

मिटती हुई तारीख नहीं पहचानता
क्यों की मै पढ़ना नहीं जानता।

इतनी सारी गलतियां है पर मै नहीं मानता 
क्यों की मै कलम की ताकत नहीं जानता। #IndiaLoveNojoto
646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

तेरे लब खामोश है तू कब बोलेंगी

 तेरा भी है वजूद जब तू मुंह खोलेंगी।
646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

वाह रे! शायर तुम्हारे नखरे 

खूबसूरत हूं तो ही हुस्न के चर्चे।

646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

लाख करो एहसान, कोई नहीं जानता

हो जाए कोई खता , जिंदगीभर बताता।

646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

लाख करो एहसान, कोई नहीं जानता

हो जाए कोई खता , जिंदगीभर बताता।

646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

मेरा मर्ज क्या , उसका दर्द क्या

मेरा फ़र्ज क्या, बढ़ता कर्ज क्या।
646808e4f3efeec3ce135c63e5e1c1fb

Abdul Azim Shaikh

sab Dhua Dhua hai

sab Dhua Dhua hai

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile