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nirajpandey9590
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Niraj Pandey

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Niraj Pandey

White सारे   जग   में   छा   गए  भारत  माँ  के लाल 
देश  के  वीरों  ने  देखो   कैसा  किया  कमाल 
कैसा किया  कमाल  खुश  हुआ  भारत  सारा 
जीत  की  रोशनी  जगा  दूर   किया  अंधियारा 
विदेशों  में  देखो  अपना  तिरँगा  कैसे लहराए 
लहर लहर कर ये भी अपने देश की गाथा गाए 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey

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Niraj Pandey

White सारे   जग   में   छा   गए  भारत  माँ  के लाल 
देश  के  वीरों  ने  देखो   कैसा  किया  कमाल 
कैसा किया  कमाल  खुश  हुआ  भारत  सारा 
जीत  की  रोशनी  जगा  दूर   किया  अंधियारा 
विदेशों  में  देखो  अपना  तिरँगा  कैसे लहराए 
लहर लहर कर ये भी अपने देश की गाथा गाए 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍️

©Niraj Pandey #t20_worldcup_2024
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Niraj Pandey

White उजाड़  के   गुलिस्तां   को  गुल  बनाने  में 
नफरतों  से  मोहब्बत  का  पुल  बनाने  में
बन  नही  रही  तुमसे  कागज  पर  तस्वीर 
तुम  लगे  हो  काग  को बुलबुल  बनाने में 

जोड़ने की बात कर के संग संग चलाने में 
कर  के  पाप  खुद  ही   गंगा  नहलाने  में 
भारत  को जोड़-तोड़  रहे ये  इंडिया वाले
और तुम लगे हो अपनी मशाल  जलाने में

अपनो  को  छोड़  गैरों  का  घर बसाने में 
दिल  के  करीब  थे  जो  उन्हें यूँ सताने में
कल  तक  जो  दे रहे जी भर के  गालियां
लाज  न  आई  तुम्हे  उन  को  अपनाने में

खोटा सिक्का बाजार में अपना  चलाने में 
यारों  का  साथ  छोड़  गैरों  को  बुलाने में
राजनीति  ने  तुमको  यूँ  अंधा  कर  दिया
तुम  भूल  गए  कौन  था  मुंबई  जलाने में

हो  रहे  हो खुश  तुम जिसके हार जाने से 
कतरा  रहे  हो  आज जिसके द्वार जाने में 
भूल-कर  भी  नही  बात  ये  भूल  पाओगे 
पंद्रह  साल  लग  गए  उस  से पार पाने में 

अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #election_results
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Niraj Pandey

White काम के इस दौर में आराम मत करो 
काम करो केवल तुम नाम मत करो 
बहुत कीमती है ये आपका मतदान 
ऐरों  गैरों  को इसको दान मत करो  
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍️

©Niraj Pandey #election_2024
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Niraj Pandey

सेहरा की गर्मी में  कुछ सर्द  हवाएं  चाहिए 
पल भर में होश उड़ा दे ऐसी अदाएं चाहिए 

दिखावटी  है  दुनिया और मतलबी हैं लोग 
अपनों से दिल भर गया  यार पराए चाहिए

क्यों  खर्च  कर रहे हो मुझपर ये पैसे अपने 
मुझे तो तोहफे में बस फूल मुरझाए चाहिए 

हाल पूछने हस्पताल तक आए  हो तो सुनो 
दवाएं चल रही  हैं बस थोड़ी दुवाएँ चाहिए 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #seashore
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Niraj Pandey

जबसे   बांके  बिहारी  हमारे   हुए 
गम  बेगाने  जमाने  के   सारे   हुए 

तेरी बंसी की धुन पर ए मेरे कन्हाई 
देखो  हर्षित  यमुना  के किनारे हुए 

कान्हा   ऐसी  है  रास  रचाई   तूने 
रोशन चांद के संग संग सितारे हुए 

रंग  फागुन का ऐसा चढ़ाया मोहन 
रंगीन  सारे   जहाँ  के  नजारे  हुए  
😊 

अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey
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Niraj Pandey

कभी ख्वाब मे मिलते थे तो कभी ख्यालों में मिलते थे 
जो  जिंदगी  हल  कर  दे  ऐसे  सवालों  में  मिलते  थे 
न  पूछो  हमसे  हमारे  रिश्ते  की पवित्रता का आलम 
हम  रात  में  भी  मिलते  थे  तो  उजालों  में मिलते थे 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #Reindeer
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Niraj Pandey

खबरे  हैं  दो  कौड़ी  की अखबार बहुत महंगा है
क्या  खरीदोगे  तुम  की ये बाजार बहुत महंगा है 

बात बात पर निकल आते हैं खँजर यहाँ हाथों में
नफ़रतें   सस्ती  हैं  यहाँ  प्यार   बहुत   महंगा है 

क्या  करेगा  आखिर   उस   देश   का  युवा वहाँ
जहाँ  लूटमार  सस्ती  है  रोजगार  बहुत महंगा है

सोच  समझ  कर  लीजै ये  फैसले  जिंदगानी के 
अपने ही बच्चों पर यहाँ अधिकार बहुत महंगा है 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey #Broken
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Niraj Pandey

वो  चिट्ठी  आई   है वाली लाइन आज भी खास लगती है 
परदेश में बसने वालों के दिल में जैसे इक आस जगती है 
क्या बतलाएं  क्या  खोया  है हमने इक तेरे जाने के बाद 
"पंकज" तेरे चले जाने से आज सारी गजलें उदास लगती हैं 😔 
अलविदा पंकज उदास

©Niraj Pandey
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Niraj Pandey

दूरियां अब  सारी  मिटा  दो  जरा 
खुद  को  करीब  तो  ला  दो जरा 

आलिंगन में रखूँ मैं तुमको छिपाकर 
तुम पलकों में मुझको बसा लो जरा

छोड़  कर  पुराने  खयालातों  को 
तुम  रस्में  नई  ये  निभा   दो जरा 

दुनिया से कब तक छिपाओगी यूँ
तुम बात अब सबको बता दो जरा 

चाहत  है  मेरी  अगर  तुमको  भी 
हाथ  दुआओं   में  उठा   दो   जरा 

बाहों  में  भर कर मुझे  तुम सनम 
आज  रकीबों  को  जला  दो जरा 
😊 
अल्फ़ाज़-ए-नीरज✍🏻

©Niraj Pandey
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