Theater Artist (Poet,Writer धरती की बेटी हूं,मिट्टी से बनी गढ़कर धरती में,आसमान छूने चली ना चाह है हमे,चमकते चांद तारो की मैं तो जलता सूरज हूं, रौशन करने जहान चली..✍️ ...कविता सैनी..(कवि)
Mere Shabdo Ki Duniya
Mere Shabdo Ki Duniya
Mere Shabdo Ki Duniya
Mere Shabdo Ki Duniya
Mere Shabdo Ki Duniya
Mere Shabdo Ki Duniya