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anuraagvyas3500
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anuraag vyas

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anuraag vyas

दिल तोड़ने का शौक था उनको , 
यूं किया ! फिर उन्हें खुद से हमने ये मौका दे दिया ,
खुद ही , उनकी तरफ से माफी मांगी ,
और खुद ही की तरफ से उन्हें माफ़ कर दिया ...

©anuraag vyas #findingyourself
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anuraag vyas

बुजुर्गो के रास्तों पर हम चलना भूल गए ,
दिल , उनके सीने में हम जलता रखकर भूल गए ,

मै इश्क में पागल था , उसे शिवेल्री की पड़ी रही ,
हमारा तो पहली दफा ही था , हम कौनसा रोज़ इश्क के स्कूल गए

ना जाने क्या जज्बा है हमारे मिजाज़ का ,
जिधर से गुजरे सबके मुंह फुल गए ,

मिलते तो रहे सबसे हम पर उन्हें ये शिकायत रही ,
हम बात बात पर उनकी तारीफ करना भूल गए 

एक साहब ने नोट गिने ,
उधर से सारी शिकायते , इधर से सारे उसूल गए 

वो इतने भी बुरे ना थे , जितना हमने सोचा था ,
एक दिन आए , हमको डाटा , अपने सारे जुर्म कुबूल गए 

खुशी की हवस में , थोड़ी थोड़ी ज़िन्दगी दाव पर लगाते रहे ,
किस्मत के सारे फैसले उल झुलूल गए 

छोटी सी रेस ही तो है ज़िन्दगी ,
खुद से हारे , खुदको भूल गए ... #worldpostday
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anuraag vyas

मै फिर से तुम्हारी बात करने लगा हुं आजकल,
 खुदको फिर से बर्बाद करने लगा हुं आजकल ।

11 Love

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anuraag vyas

You don't like to end it ,
Though You are daily knowingly exhausting yourself for the "end" !!!



Wordsmith_23

11 Love

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anuraag vyas

यूं ही चुपचाप ना सबकुछ सहा करो,
सच के माने सबके अलग है, 
"नहीं पसंद" , खुल कर कहा करो ।

ना झूठ मुठ मजबूत बनो, 
एहसास पत्थर हो जाएंगे,
आंसू यूं तुम चुप ना रहो , कभी तो खुल के बहा करो !


पराए हो गए अपने कुछ , कुछ छोड़ कर चले गए,
तनहाई भी साथ छोड़ देगी ,
खुद से इतना खफा तो मत रहा करो !

घाव ज़मानों से कुरेद कुरेद के रखे है ताज़ा ,
अब घाव भी ये सभी "शेर" फरमाते है, 
अरे ! अभी तो कहना शुरू किया है  , रुको अभी मत दवा करो  ।

Anuraagvyas2373
follow- Wordsmith_23

11 Love

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anuraag vyas

ठंडक - नरमी , गर्मी - खुशबू!
ठंडक - नरमी , गर्मी - खुशबू!
खुद में कैसे एकसाथ सजाए रखती हो?

ठंडक - नरमी , गर्मी - खुशबू!
खुद में कैसे एकसाथ सजाए रखती हो?

हो जैसे जाड़े की सर्द रात कोई !!!!
सौंदी मिट्टी की खुशबू में डूबी हुई , 
कुल्हड़ में रखी गरमा गरम चाय लगती हो ।


Anuraag vyas23

7 Love

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anuraag vyas

आज चांद ने खिड़की से झांक कर पूछ लिया -
कैसे है तुम ?
मैंने उसे टूटता तारा दिखा दिया ।

8 Love

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anuraag vyas

लिखता रहा ज़िन्दगी भर , ज़िन्दा जज़्बात मै अपने,
जिस इश्क़ की बात थी, वो तो कब का मर चुका !

8 Love

84b5b4dbc064caf9d0852e948ffc7386

anuraag vyas

खपा के पूरा ख़त्म कर दिया खुदको !!!
इन बिखरे अल्फाजो में ,

अब जीना फिर कभी होगा,
जब समेटके इनको कोई पिरो लेगा ,
अपनी गर्म नर्म सी सासों में ।

Anuraag Vyas 2373

8 Love

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anuraag vyas

कई अरसो से घिस कर , पैनी धार करी होगी !
जो एक नजर में कतल करदे , वो आंखे आम तो नहीं ..

9 Love

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