वो सागर की एक छोटी सी बूँद
कितनी प्यासी सी रहती
अथाह समुद्र में विचरण कर आती
मीठे पानी को फिर भी तरस जाती
वो गुलाब के साथ खिला हुआ काँटा
कितना कोसता अपनी क़िस्मत को
महकते गुलज़ार के साथ रहता हर पल #शायरी
Abhishek Mishra
किस्मत यह मेरा इम्तेहान ले रही है
तड़प कर यह मुझे दर्द दे रही है
दिल से कभी भी मैंने उसे दूर नहीं किया
फिर क्यों बेवफाई का वह इलज़ाम दे रही है #शायरी