खुशी में भी लिखता हूं और ग़म में भी लिखता हूं... मर्ज़ में भी लिखता हूं और दर्द में भी लिखता हूं... वज़ह में भी लिखता हूं और बेवजह भी लिखता हूं... मगर जब भी लिखता हूं उसको याद करके लिखता हूं...
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर
पागल शायर