Nojoto: Largest Storytelling Platform
ravindrasinghsha9840
  • 43Stories
  • 76Followers
  • 208Love
    0Views

RavindraSingh Shahoo

Advocate

  • Popular
  • Latest
  • Video
a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

गुस्सा 
धधकते ज्वालामुखी की तरह जो सदा बौखलाए रहते हैं 
जाने किस वजह से जहन में गुस्सा बसाए रहते हैं 
बात बात पर वजह विवाद करते हैं 
जाने किस अनजाने सफर पर निकलते हैं 
गुस्सा किस बात से या सिर्फ अपनी आदत से 
ना खुद ही समझ सकते हैं ना किसी को समझा सकते हैं 
गुस्सा उनकी मंजिल है जो हमेशा जिंदगी में शामिल है
विवेक ज्ञान कराता है पर गुस्सा विवेक को खा जाता है 
ऐसे गुस्से से क्या दिल लगाना 
सदा खुश रहना और मुस्कुराना 
इसी का नाम जिंदगी है यही इबादत है यही बंदगी है! 
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू. #गुस्सा.
a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

शौक
कुछ अजीब सा शौक पाला है व्यक्तित्त्वों को शब्दों में ढाला है 
व्यक्तित्व भी कैसे कैसे कुछ पानी के जैसे 
जिस रंग में मिला दो हो जाते उस जैसे  
वर्ना रहते बेरंग से जुदा हर ढंग से 
जमाने में रहकर भी जैसे कि अकेले हों
महफिल यूँ जमाते लगे जैसे मेले हों
ऐसे कुछ व्यक्तित्त्वों को बड़े जतन से सँभाला है 
तभी तो जीवन में खुशियों का उजाला है! 
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू. #शौक.
a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

समस्या
किसी समस्या का ना होना या कम होना
किसी के लिये बड़ी समस्या है 
क्योंकि मन का चँचल होना उन्हें परेशान कर देता है 
अपने मन को वश में रखना ऐरे गैरे का काम नही 
सब दुविधा की वजह ये मन ही है जो करता सोच पे मात यही 
जो मन जीत सके वह जग जीत सके 
मन के मारे बेचैन रहे, है राज़ ये इस में छिपे हुए 
ज्यादा की सोच फिज़ूल है अगर समझो मन की ये बात कँही 
हर समस्या के मूल में मन ही है अगर समस्या की समझो ये बात कही 
इसलिए सदा खुश रहो समस्या की फिक्र को त्याग यँही! 
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू. #समस्या!
a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

स्वभाव
स्वभावाला औषध नाही म्हणूनच बिनसते काही 
स्वभाव ज्याचा त्याचा असतो पण कुणी दुसर्‍याचा बदलू पाहतो
एव्हढे सोम्यागोम्यासही कळते पण स्वतः कडे नाही वळते 
विचार इतरांना बदलावे पण स्वतः ला तणावात लोटावे
विचार कुठेही घुटमळतात पण स्वतःस मात्र अडकवतात
मधमाश्या सदृश विचार घोंघावतात घोंघावून हैराण करतात
आधीच दिनचर्या व्यस्त असते हे त्यात त्रस्त करते 
म्हणून ह्या फंदात पडू नये इतरांना बदलायचे पाहू नये 
म्हणून ज्याचे त्याने पहावे खुशाल आनंदाने जगावे! 
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू.

9 Love

a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

मोहब्बत और ऐतबार
मोहब्बत और ऐतबार में ताल्लुक नही होता
 मोहब्बत कायनात की हर शै से मुमकिन है
मोहब्बत मालिक की नेमत है अगर मालिक पर यकीन है
ऐतबार उम्मीद है जो सिर्फ रखो परवरदिगार से
ऐतबार करना है तो करो लेकिन सिर्फ और सिर्फ परवरदिगार पे
किसी पर भी ऐतबार करना बेकार है
 सच्ची मोहब्बत के जज़्बे को यही दरकार है
कुछ शख्स जो मोहब्बत नही करते
फिजूल ही किसी से ऐतबार की उम्मीद रखते 
मोहब्बत की नही जाती बस हो जाती है
जब परवरदिगार के दर से नेमत गुल खिलाती है! 
जरिए:-रविंद्र सिंघ शाहू. #मोहब्ब और ऐतबार.

#मोहब्ब और ऐतबार. #शायरी

9 Love

a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

मतलब/मकसद
जिंदगी मतलब के लिए नही मकसद की खातिर होनी चाहिए
मतलब स्वार्थ का दूसरा नाम है मकसद का मँजिल पर धाम है
मतलब वाला व्यक्ति मतलबी के तौर पर जाना जाता है
 मकसद अपनी अनूठी पहचान बनाता है
मतलब सोच के पतन की निशानी है
मकसद उन्नति के सफर की कहानी है
मतलब नजरों से गिराता है मकसद सम्मान दिलाता है
मतलब जिंदगी गुजारने का साधन है मकसद लक्ष्य का आराधन है
 मतलब वाले जिंदगी गुजारते हैं मकसद जीवन सँवारते हैं
मतलब अहम जनित होता है मकसद का विवेक जीवित होता है
मतलब का दायरा सीमित है मकसद के आयाम अपरिमित है!
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू #मतलब/मकसद.

#मतलब/मकसद.

5 Love

a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

Best English quotes यादें 
तन्हाइयों के आलम मेंरुसवाईयों के मातम में
यादों की बारात गुजरती सूने मन के आँगन में
यादों की परछाईयाँ भी तो नागिन जैसी डसती है
मुस्कानों की यादें भी तो अक्सर कभी तो हँसती है
यादों का अक्सर मन के आँगन में आना जाना जारी है
कुछ भूले बिसरे पलों को फिर से याद दिलाना भारी है
यादों के जमघट में कभी भी मन खोया सा रहता है
कुछ यादें जब बहुत सताती मन ही मन रोया करता है
जीवन के खामोश सफर में कुछ यादों का सहारा है
यादें जब साथ-साथ है चलती हर मँजर लगता प्यारा है!
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू #यादें.
a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

अपने से बड़ों के आदर
मजबूरी नही फर्ज है 
चुकाना जिसे आवश्यक है
ऐसा ही कुछ ये कर्ज है
जिन्हें इस बात की समझ नही है
उन्हें अहम का मर्ज है
समझ इस बात की वँही पनप सकती
जँहा प्यार का अहसास और दर्द है! 
द्वारा:-RNS. #बड़ों का आदर.

9 Love

a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

jo koshish karte hai... कोशिश
कुछ ना करने की आदत ही बस कितने ही बहाने रचती है 
कुछ करने की छोटी सी सही हर कोशिश माने रखती है 
ना करने की सोच से फिर कितने ही बहाने गढ़ सकते
कुछ करने की बस कोशिश ही सही सोच को धारण करती है 
कुछ ना करके भी हल निकलेगा यही 'सोच' ' समझ की गलती है 
कोशिश कर कदम बढ़ाने से इक नई राह भी मिलती है 
ना करने से खुद के मन में इक घमासान मचा रहता 
कोशिश से हल ना भी निकले तो समाधान बचा रहता 
कोशिश आखिर कोशिश होती जो सही दिशा में चलती है 
हर कोशिश को उसकी मँजिल संतोष सब्र से मिलती है 
हर कोशिश का अंतिम पड़ाव लक्ष्य पे आकर टिकता है 
कोशिश करते रहने से ही आखिर में हल भी मिलता है! 
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू. #कोशिश!
a560f94abdf0bac68bc56f447641ddf3

RavindraSingh Shahoo

भूलना भी जरूरी
पिछली बातें भूल के हम जब आगे बढ़ते जाते हैं
 खोई हुई खुशियों के फिर वो लम्हे लौट के आते हैं
मन में गाँठे पाल के हम बस उल्टे दुख ही पाते हैं
हम वँही अटक रह जाते हैं जैसे खूँटी से टँग जाते हैं
पिछली बातों से उठकर हम कोई नई दिशा भी पाते हैं
अवरोध मार्ग के दूर हो फिर कई नए पथ भी दिखलाते हैं 
मन की अबूझ पहेली को जब सुलझ नही हम पाते हैं 
मन के वश में रहकर अपनी गलती समझ नही पाते हैं
कुछ नया भले ना अपनाओ जो भूल हुई ना दोहराओ
पिछले अवगुण तज कर ही हम विधाता की किरपा पाते हैं 
उसके आगे शीश निवाते हैं और शुक्र हृदय से मनाते हैं!
द्वारा:-रविंद्र सिंघ शाहू #भूलना भी जरूरी.

#भूलना भी जरूरी. #कविता

8 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile