" एक अश्क "
बूंद आंसू की ज़मीं पर गिरने न देना,
वो तुमसे मिलेगा अपनी उम्मीद बिखरने न देना,
गलतफमी में अपने प्रेम को मरने न देना,
अपने प्रेम पर शक करके ज़माने को हंसने न देना,
#कविता
राधिका चंद्रमोहन ( सुनहरी कलम... ✍ )
"नज़र"
जहां तक जाती है नज़र,
सिर्फ़ तुम ही नज़र आते हो,
अब कैसे कहे, "कृष्ण" ,
इस दिल को तुम ही भाते हो,
इन बारिश की बूंदों को देखो,
तुम्हारी ही याद दिलाती हो, #Love#poem
राधिका चंद्रमोहन ( सुनहरी कलम... ✍ )
दिल को मिलता है बहुत सुकून,
पापा! आप के होने से
मुझे अंधेरे में भी डर नहीं लगता,
पापा! आप के होने से
मुझे मेरा अपना व्यक्तित्व मिला,
पापा! आप के होने से
मैं हर चिंता से मुक्त हो जाता हूं,
पापा! आप के होने से
राधिका चंद्रमोहन ( सुनहरी कलम... ✍ )
ज़रूरी ये नहीं की तुम प्रतियोगिता में ज़ीत दर्ज़ करो,
ज़रूरी ये है कि आप उसमे हिस्सा ले और उसे ख़त्म करे,,,,, 😊 #Shayari