Nojoto: Largest Storytelling Platform
lalitgautam8771
  • 17Stories
  • 57Followers
  • 122Love
    6Views

lalit gautam

student ramjas college (DU) b. com(h)

  • Popular
  • Latest
  • Video
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

#Birth

33 Views

ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

फिजूलखर्ची ने मुझे इस कदर डूबा दिया
 मैं कमाता क्या उसने कमाई का मतलब बता दिया
 और बचपन में जो हम मांग लेते थे पिता से खुश होकर सब कुछ
 अब तो उसने खुद से भी मांगने पर पाबंदियां लगा दिया #Night #Money #felling #children
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

हिमालय से वो निकल रही है चारों और वह  बिखर रही है, शिव जी ने धारण किया है इनको जटाओं में सुंदर  सी झलक रही है, स्वागत में फूल बरसा रहा है, हरिद्वार मन को लुभा रहा है, 
 चार धाम की यात्रा का प्रवेश द्वारा ये कहलाता है, स्नान करके मां में हर कोई पावन हो जाता है
आगे माँ  बढ़ती जाती है त्रिवेणी संगम  को पाती हैं
 गंगा जमुना सरस्वती त्रिवेणी कहलाती है माँ  के अंदर आकर  ही  सब  एक  नाम    बन   जाती    हैं
 प्रयागराज कि वह हवाए मां के मन को है भाई 
 कुंभ के मेले की वह हरियाली चारो और फैलती है खुशहाली,               दीपो के शहर ने माँ को पुकार लगाई, 
 बिस्मिल्लाह खान जी की शहनाई ने मां के अभिवादन में शीश झुकाई  है, मोक्ष द्वारा  से जाना जाता  है काशी विश्वनाथ यह कहलाता है, माँ की आरती का प्रारभ बिंदु माना जाता है, 
साहेबगंज से होकर माँ, बिहार को जाती है अंत कही ना होता है माँ बढ़ती चली जाती है 
                 (ललित गौतम ) #maaganga#poem#kavita#yatra#mehajshayari
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

रिश्तो के कारोबार मे , खुद को  ढूंढ  रहे बाजार मे 
इन्हे समेटने की कोशिश मे,  लूट गए सारे संसार मे #poetry #thought #kavita
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

दिल मेरा साफ कैसे बताऊ उन्हें 
ये अनुभूति है कैसे दिलाऊ उन्हें 
इसे दिखा नहीं सकता मैं कैसे समझाऊ उन्हें 
दिल मेरा साफ है कैसे बताऊ उन्हें  #poetry #hindi poetry #shayari #heart#mehajshayari
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

मेरी तड़प मुझे इस कदर तड़पाती है, जिस ओर देखु उस ओर जाने को उकसाती है, पता नहीं क्या है इसके मन में,मैं होश मे होता हुँ तो भी बेहोश बताती है
             (ललित गौतम ) #poem #poetry #hindi shayari #thought
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

हाथो मे मेंहदी लगा रही, नारी तुम तो कुछ  छुपा रही 
हाथो मे तुमने किसे सजाया, सुन्दर सा वो पल आया 
बाबुल को तुम क्या छोड़ रही,  सुन्दर से सपने को तोड़ रही, किस कलम से तुम्हारा भाग्य लिखा, दो घरों के बीच का द्वार बना, रिश्ते अनेक तुम लाओगी, क्या कहती हो तुम जाओगी, तुम भूल ना जाना ओ नारी चंचल सी तुम्हारी वो वाणी, कभी सावन के झूलो को देखो, खुद को तुम ना कभी नारी  रोको परिवर्तन तो  संसार का नियम, तुम को नारी  ये ना आता है, थक के बैठ जाना ना भाता है, सौभाग्य से तुम को पाते है नारी तुम को  लक्ष्मी बताते है,  तुमको तो कई रिश्ते है निभाने, नारी तुम को  सब को है सजाने, सम्मान तुम्हारा गेहना है तुम को ना नारी चुप रहना है, 
                   (ललित गौतम ) #poem#kavita#poetry #inspiration #life
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

सत सत नमन उन वीर जवानों को अलबेलो को मस्तानो को, कतरे कतरे पर लिख दिया उन्होने  देश का नाम, नाम ना पूछो उनका वो है  बलिदानी अमर जवान 
उनकी आँखों में अँगारे जलते है 
उनके सीने मे सोला देहकता है 
उनको कुछ ना भाता है देश भक्ति ही आता है 
सब कुछ उन्होने कुर्बान किया देश के लिए जान दिया 
इनसे बड़ा ना दानी कोई ना बन पायेगा 
जीवन इन्होने दान क्या ओर कौन कर पायेगा 
               (ललित गौतम ) #देशभक्ति
ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

संकल्प तुम्हारा ऐसा हो, सूरज की किरणों जैसा हो बेहते  जल को जो रोक सके, फूलो की खुसबू को सोक सके, अंजुरी मे जल का भार बढ़े , संकल्प से तुम्हारा मान बढ़े, ये जीवन नहीं कोई रचना हे, सुन्दर सा कोई सपना हे, पेड़ो की तरह झुकना होगा,रेशम से कपड़ा बुनना होगा, अपने साहस को धुनना होना, अपने कर्त्तव्य को चुनना  होगा, इच्छाओ का तालाब भरे, मन में कोई सैलाब जगे,मंद मंद मुस्कुराते हो अपना इतिहास  छुपाते हो,  अपने कोमल स्वर से तुम को अपना इतिहास बदलना होगा, अपने हाथो से  तुम को संकल्प पत्र लिखना होगा, प्रशनो का उत्तर खोज रहे, जीवन के बारे में सोच रहे, बकुला के जैसा ध्यान हो, मन मे ना कोई अभिमान हो, कोयल काली कहलाती हे, मधुर गीत वो सुनाती  हे, वो पल भी तो आएगा मन का द्वेष मिट जायेगा, तुम्हारा संकल्प  तुम्हे अमर बनाएगा, 
                       (ललित  गौतम ) # संकल्प # कविता # हिंदी कविता

# संकल्प # कविता # हिंदी कविता

5 Love

ca3e6f95ca50c796a3632d1ec450160d

lalit gautam

उसके आँखों में फिर नमी थी, रात भर वो रोया होगा 
दर्द में वो फिर सोया होगा, तस्वीर पर उसके लिखा होगा, कुछ तो उसके दिल में छीपा  होगा, काश वो सक्श अच्छा होगा जिसको उसने छुआ होगा, 
रात में उसके घर पर ना कोई दिया होगा, इस लिए तो रात भर वो सहर  के इंतजार में जिया होगा, लेकिन सहर को ना मंजूर होगा कल का सूरज उसके लिए दूर होगा , ले गए फरिश्ते उसे जब वो नींद मे चूर होगा 
उसके सामने सब गैर होंगे, प्रशनो के बहुत ढेर होंगे 
                        (ललित गौतम ) #poetry # sad boy # hindi kavita # kavita

#Poetry # sad boy # hindi kavita # kavita

5 Love

loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile