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drramgopal5700
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dr ram gopal

मित्रो नमस्कार। मैं रामगोपाल भारतीय गीत ग़ज़ल कवितायें लिखता हूँ।आप सबको अपने साथ देखकर फक्र महसूस करता हूँ।मुझे गाने का शौक भी है।इसलिए अपनी ज्यादातर रचनाओं को में तरन्नुम में ही प्रस्तुत करना पसंद करता हूँ।शुभ कामनाएं।

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dr ram gopal

शायरी

शायरी

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dr ram gopal

रहनुमा आने लगे हैं जब से मेरे गांव में 
हो गए भारी उजालों पर अंधेरे गांव में

जो पकड़ले सांप और फन से निकाले ज़हर को
आजकल आते कहाँ है वो सपेरे गांव में

अब कहाँ मिलबैठकर मसलों को सुलझाते हैं लोग
डाल बैठे हैं कचहरी कोर्ट डेरे गांव में

खेल है पैसे का कोई पंच हो या फिर प्रधान
भेष बदलें घूमते हैं अब लुटेरे गांव में

©dr ram gopal ग़ज़ल

#Nature
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dr ram gopal

अब दुनिया में हर रिश्ता दस्तूरी है 
साथ निभाना  लोगों की मजबूरी है 

तुम आंसू के बादल लेकर मत आना 
इस दुल्हन की मांग अभी सिंदूरी है 

सांसो की मंजिल क्या है सब जाने हैं
 फिर भी सब की अंतिम आज अधूरी है 
 
जंगल जंगल ढूंढ रहे हैं सब जिसको
 वो तो लोगों के मन की कस्तूरी है 
 

जिस सूरज से धरती बंजर होती हो 
उस सूरज का ढलना बहुत जरूरी है

©dr ram gopal #SunSet
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dr ram gopal

इस कदर है रहनुमाओं पर सियासत का जुनूँ
पुर अमन लोगों में इक मुद्दा उछाला चल दिए

©dr ram gopal
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dr ram gopal

एक ग़ज़ल दोस्तों के लिए

आप भी बनके दिया राह में जलते रहिये
इन अंधेरों को उजालों में बदलते रहिये

बर्फ होना या हिमालय ,कोई कमाल नहीं 
हो अगर प्यास बुझानी तो पिघलते रहिये 

ठोकरें लाख सही पाओगे मंजिल इक दिन 
शर्त इतनी है कि गिर गिर के संभलते रहिये

आग अंदर है तो बाहर भी निकालो साहिब 
क्या जरुरी है कि खुद में ही उबलते रहिये 

फूल हो तुम तो कुचल दें न जमाने वाले 
वक्त आयेगा तो काँटों में भी ढ़लते रहिये 

लोग नफरत लिए रस्तों में मिलेंगे अक्सर 
हाथ में प्यार का परचम लिए चलते रहिये 

मेरे बचपन के अहसासात न छोड़ो दामन 
ख्वाब बनकर ही मेरी आँख में पलते रहिये

©dr ram gopal #VantinesDay
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dr ram gopal

मेरी ग़ज़ल का मतला और एक शेर

हमको तुम्हारे हाथ के कांटे कबूल थे
लेकिन तुम्हारे सब के सब वादे फिजूल थे

तुमने गुलाब कहके जो गुंचा हमें दिया
देखा जो हमने गौर से ,कागज के फूल थे

©dr ram gopal #proposeday
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dr ram gopal

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dr ram gopal

दिलों में नफ़रतें लेकर ,जुबाँ से प्यार करते हैं
कुछ ऐसे दोस्त होते हैं जो छुपकर वार करते हैं
हर इक संबंध से खुशबू वफ़ा की हो गई गायब
वफ़ा के नाम पर कुछ लोग अब व्यापार करते हैं

©dr ram gopal #Walk
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dr ram gopal

मेरा एक मुक्तक

बेवफाई किसी गरीब की,
 फरेब नहीं होती है 
हर पांव की किस्मत में भी
 पाजेब नहीं होती है
दौलत के लिए अपना
 इमांन बेचने वालो सुनो
कितना भी मंहगा हो,
 कफन में जेब नहीं होती है

©dr ram gopal कफन में जेब नहीं होती है

#Childhood

कफन में जेब नहीं होती है #Childhood #शायरी

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dr ram gopal

मेरा एक मुक्तक

हम जो लड़ते ही रहे कुछ भी न हासिल होगा
मंजिलें लाख सही ढूंढना मुश्किल होगा
सिर्फ सूरत ही नही दोस्त की सीरत देखो
तेरे अपनों में ही शामिल तेरा कातिल होगा

©dr ram gopal #Childhood
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