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dharmdesai1546
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Dharm Desai

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Dharm Desai

मुझे तुम याद आओगे #Tragicstory

मुझे तुम याद आओगे #Tragicstory #शायरी

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Dharm Desai

#dardedil
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Dharm Desai

#merikahaani #agarroklete
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Dharm Desai

#turahabasturaha #shayaari #dharmuvach #dharmdesai
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Dharm Desai

पूछा हमने मन से क्या मांगोगे तुम हमसे?
चांद सितारे मांगे दूजे, हम साथ तुम्हारा मांगे है
 हैरान कर दिया उसने...
#हैरानकरदिया #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

हैरान कर दिया उसने... #हैरानकरदिया #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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Dharm Desai

Shunya ki diwani
Main baag hu foolo ka tum gulbago ki raani ho
Main raaz andhera banjar, tum aaftab-e-shani ho
Me shaayar hu sadiyo ka, tum nazm-e-zindagani ho
Me baahir hu maslo se, tum meri pareshani ho
Main kaafir hu rab se, tum khudabaksh nurani ho
Main vaakya hu kal ka tum aaj ki kahani ho
Main shunya se sajha hoon, tum shunya ki diwani ho थोड़ा जौन सा सोच लिया, थोड़ा खुद से थोड़ा खुदा से फिरदौस लिया।

शायद मुझे किसी से मोहब्बत नहीं हुई
लेकिन यक़ीन सब को दिलाता रहा हूँ मैं

Jaun Elia

#dharmuvach #yqhindi #yqhindiurdu #yqshayari #yqpoetry

थोड़ा जौन सा सोच लिया, थोड़ा खुद से थोड़ा खुदा से फिरदौस लिया। शायद मुझे किसी से मोहब्बत नहीं हुई लेकिन यक़ीन सब को दिलाता रहा हूँ मैं Jaun Elia #dharmuvach #yqhindi #yqhindiurdu #yqshayari #yqpoetry

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Dharm Desai

हर ज़ख्म का मरहम है तू, हर नज़्म की सरगम है तू
तु ही तो है दिल की लगी, हर सांस में हमदम है तू
आंखों में तु, बातो में तु, चांद आसमा तारो में तू
तु ही खुमार तु ही करार है बरकरारी के प्यालों में तू
गुल आशिकी करता नही तू है सुकून तू है जुनून
तेरे सिवा कुछ भी नही, तब्दीली राते उजालों में तू
तु ही तो है खुद दिल्लगी, हरफे नबी के हवाले में तू मेरे ज़ख़्म का मरहम तू... #dharmuvach
#मरहम #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

मेरे ज़ख़्म का मरहम तू... #dharmuvach #मरहम #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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Dharm Desai

लकीरे खिंच कर रखना, में राही याद आऊंगा, न कोई साथ आया था, अकेले हाथ जाऊंगा।
मुझे बेबाक भी कह लो, मुझे तुम पाक भी कह लो, खुदा न बोल पाओगे, खुदाया बन के जाऊंगा।
बना कर कब्र मेरी, मंदिरों में धुन बजा देना, दुआ से कोई काफिर मंजिलो को देख पाएगा।
शराफत की जरूरत क्या, में खुद में ही ज़लालत हूं, नवाज़ी जा चुकी नादानियों की में अदालत हूं।
बहारे रास भी आए मगर एक आस बाकी है, वो बाकी हौसले की आग का अहसास काफ़ी है।
सफर लंबा ना था मेरा, पलो को सींच रक्खा है, ज़ख़म भी रास ना आया, कफन को ठीक रक्खा है।
रखोगे क्या रज़ा तुम वक्त के चंचल थपेड़ों की, इन्हीं गहराइयों में हमने डर को जीत रक्खा है। मन की बगिया खिले,
कहीं तो सुकून मिले... #dharmuvach
#सुकूनमिले #collab #yqdidi  #YourQuoteAndMine
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मन की बगिया खिले, कहीं तो सुकून मिले... #dharmuvach #सुकूनमिले #Collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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Dharm Desai

ज़माने भर की चिंगारी तुम्ही से थी तुम्ही से है, 
दिल-ए-नादां ये बीमारी तुम्ही से थी तुम्ही से है, 
कफन तक साथ दो मेरा, ओ मेरे आशिक़ ए हमदम
रिहाई की जो तैयारी, तुम्ही से थी तुम्ही से है।

खुदा माना वफाओं से, तुम्हे मांगा खुदाओ से
मिले न तुम, ना मेरा अक्स, मिली मंजिल फिजाओं से
इबादत और चाहत में तुम्हारी आरजू ले कर, 
में हाजिर हूं, रहूंगा में, तुम्हारे संग दुआओं से— % & कुछ अंजाना इकरार होता, काश मुझे भी प्यार होता।
एक ख़ूबसूरत #collab Aesthetic Thoughts की जानिब से।
#प्यारहैमुझे  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi

कुछ अंजाना इकरार होता, काश मुझे भी प्यार होता। एक ख़ूबसूरत #Collab Aesthetic Thoughts की जानिब से। #प्यारहैमुझे #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi

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Dharm Desai

अलग में आग में मिल कर सबब के साथ में खिल कर
वही में राग हूं काफी रहूंगा राख में दिलबर
समा को खौफ था शायद में पागल में अजायब हूं
खुले आकाश ने तोड़ा तराना ताल से दिनकर
शराबों की थी बीमारी शराबी ही को होती थी
मिलावट थी जो पानी की मिली बेहाल में पीकर 
गरीबों की गरीबी से मिटी मंदिर की रेखाएं
अमीरों की अमीरी ने मिटाया खुद नबी का घर
वो गोरे थे या काले क्या करोगे जानकर गालिब
अमूमन लाल है अंदर सभी बाहिर से है बंदर 
किताबी इल्म को पढ़ना कभी बंधन से बाहिर था
अभी बंधन है वो इल्मे सितम को जानना बहेतर  आप का समाज और बदलते तौर के प्रति क्या प्रतिसाद है?
#somethingdifferent #jugalbandi #hindi #poetry

आप का समाज और बदलते तौर के प्रति क्या प्रतिसाद है? #somethingdifferent #jugalbandi #Hindi poetry

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