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nehapant5078
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Neha Pant Nupur

रंगमंच की कठपुतली💙 Insta ID- nehapantnupur Content creator, Writer, Dance, Theatre, Social worker....🌿

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Neha Pant Nupur





सदा कृष्ण सर्वदा कृष्ण
हर क्षण हर कण में ।
तू संग मुझ सामर्थ्य हीन के
जीतूंगा हर रण मैं।।


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©Neha Pant Nupur
  सदा कृष्ण सर्वदा कृष्ण।।❤️❤️
#God #Blessings

सदा कृष्ण सर्वदा कृष्ण।।❤️❤️ #God #blessings

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Neha Pant Nupur

हिम्मत हारने के बावजूद
खुद को फिर समेटना
 और फिर खड़े होना.....
 साहस की सच्ची परिभाषा
किसी डिक्शनरी में नही
जिंदगी में मिलती है  ।।









..

©Neha Pant Nupur हिम्मत हारने के बावजूद
खुद को फिर समेटना
 और फिर खड़े होना.....
 साहस की सच्ची परिभाषा
किसी डिक्शनरी में नही
जिंदगी में मिलती है  ।।

हिम्मत हारने के बावजूद खुद को फिर समेटना और फिर खड़े होना..... साहस की सच्ची परिभाषा किसी डिक्शनरी में नही जिंदगी में मिलती है ।। #Quotes #candle

48 Love

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Neha Pant Nupur

समान है 
दुनिया के शोर का स्वर
और
प्रेम में एकतरफा मौन का स्वर ।।

©Neha Pant Nupur एकतरफा मौन ❤️
समान है 
दुनिया के शोर का स्वर
और
प्रेम में एकतरफा मौन का स्वर ।।

–#nehapantnupur

एकतरफा मौन ❤️ समान है दुनिया के शोर का स्वर और प्रेम में एकतरफा मौन का स्वर ।। –nehapantnupur #विचार

61 Love

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Neha Pant Nupur

हर दफा तेरी दुआ ने छुआ
मुरझाए पौधे में नई पत्ती जैसे ।
दवा हो या इश्क का असर 
चढ़ता है धीरे धीरे ऐसे ।।

©Neha Pant Nupur The Last Leaf ❤️

हर दफा तेरी दुआ ने छुआ
मुरझाए पौधे में नई पत्ती जैसे ।
दवा हो या इश्क का असर 
चढ़ता है धीरे धीरे ऐसे ।।

#nehapantnupur #Hope

The Last Leaf ❤️ हर दफा तेरी दुआ ने छुआ मुरझाए पौधे में नई पत्ती जैसे । दवा हो या इश्क का असर चढ़ता है धीरे धीरे ऐसे ।। #nehapantnupur #Hope #विचार

66 Love

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Neha Pant Nupur

मौसम तरह तरह के💥

©Neha Pant Nupur मौसम 💥
मुझे लगता है कि बचपन में
मुझसे कई बातें छिपाई गईं
या बस किताब के अनुसार ही पढ़ाई गईं ।
जैसे मौसम के होते हैं  चार प्रकार 
जिसके अनुसार आप निर्णय लेते हैं 
कपडे पहनने और खाने का ।
बड़ा होने पर मैने जाना

मौसम 💥 मुझे लगता है कि बचपन में मुझसे कई बातें छिपाई गईं या बस किताब के अनुसार ही पढ़ाई गईं । जैसे मौसम के होते हैं चार प्रकार जिसके अनुसार आप निर्णय लेते हैं कपडे पहनने और खाने का । बड़ा होने पर मैने जाना #Winter #विचार #season #lifeofhumanbeing

43 Love

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Neha Pant Nupur

जिस दिन
 जातियों के नाम पर होने वाली 
महासभाओं की जगह 
किताबों की बैठकें लेंगी 
उस दिन क्रांति 
बिना किसी झंडे के संभव होगी।

©Neha Pant Nupur क्रांति 💥

क्रांति 💥 #विचार

42 Love

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Neha Pant Nupur

#loveyourself

©Neha Pant Nupur इश्क मोहब्बत दीदार तसव्वुर ❤️
झूठी बातें लगती थी 
चांद की चांदनी देख
गलियां बदला करती थी ।

तेरे साथ के जादू ने
सब कुछ सच्चा कर दिया  
चहक महक सा इत्र छिड़ककर

इश्क मोहब्बत दीदार तसव्वुर ❤️ झूठी बातें लगती थी चांद की चांदनी देख गलियां बदला करती थी । तेरे साथ के जादू ने सब कुछ सच्चा कर दिया चहक महक सा इत्र छिड़ककर #loveyourself #विचार

42 Love

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Neha Pant Nupur

सुनो
कितना इंतजार कर सकोगे 
मेरे लौटने का ।
उसने कहा जितना 
हर साल
जनवरी करता है दिसंबर का ।।

©Neha Pant Nupur जनवरी से दिसम्बर ❤️

जनवरी से दिसम्बर ❤️ #विचार

39 Love

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Neha Pant Nupur

किसी को सुंदर 
कहने के लिए जिस क्षण
 किसी चेहरे की जरूरत नहीं होती
वही सबसे सुंदर क्षण है
इस पृथ्वी पर ।।


#सौंदर्यबोध

©Neha Pant Nupur सबसे सुंदर क्षण❤️

सबसे सुंदर क्षण❤️ #विचार #सौंदर्यबोध

40 Love

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Neha Pant Nupur

श्री गीत गोविंदम 🙏

©Neha Pant Nupur #GeetGovind 🌹
श्री गीतगोविन्द काव्य में जयदेव ने जगदीश का ही जगन्नाथ, दशावतारी, हरि, मुरारी, मधुरिपु, केशव, माधव, कृष्ण इत्यादि नामों से उल्लेख किया है। 
जयदेव जी कुछ समय गौड़ में रहने के बाद पद्मावती और श्रीराधा-माधव जी के विग्रहों को लेकर राजा की अनुमति से जयदेव जी अपने गाँव लौट आये। यहाँ उनका जीवन श्रीकृष्‍ण के प्रेम में एकदम डूब गया। उसी प्रेमरस में डूबकर इन्‍होंने मधुर ‘गीत-गोविन्‍द’ की रचना की।

श्रित कमला कुच मण्डल धृत कुण्डल ए |
कलित ललित वन माल जय जय देव हरे|| 1 ||

चमत्कारिक प्रसंग–

#GeetGovind 🌹 श्री गीतगोविन्द काव्य में जयदेव ने जगदीश का ही जगन्नाथ, दशावतारी, हरि, मुरारी, मधुरिपु, केशव, माधव, कृष्ण इत्यादि नामों से उल्लेख किया है। जयदेव जी कुछ समय गौड़ में रहने के बाद पद्मावती और श्रीराधा-माधव जी के विग्रहों को लेकर राजा की अनुमति से जयदेव जी अपने गाँव लौट आये। यहाँ उनका जीवन श्रीकृष्‍ण के प्रेम में एकदम डूब गया। उसी प्रेमरस में डूबकर इन्‍होंने मधुर ‘गीत-गोविन्‍द’ की रचना की। श्रित कमला कुच मण्डल धृत कुण्डल ए | कलित ललित वन माल जय जय देव हरे|| 1 || चमत्कारिक प्रसंग– #समाज

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