हिम्मत हारने के बावजूद
खुद को फिर समेटना
और फिर खड़े होना.....
साहस की सच्ची परिभाषा
किसी डिक्शनरी में नही
जिंदगी में मिलती है ।।
#Quotes#candle
48 Love
Neha Pant Nupur
एकतरफा मौन ❤️
समान है
दुनिया के शोर का स्वर
और
प्रेम में एकतरफा मौन का स्वर ।।
–nehapantnupur #विचार
61 Love
Neha Pant Nupur
The Last Leaf ❤️
हर दफा तेरी दुआ ने छुआ
मुरझाए पौधे में नई पत्ती जैसे ।
दवा हो या इश्क का असर
चढ़ता है धीरे धीरे ऐसे ।।
#nehapantnupur#Hope#विचार
66 Love
Neha Pant Nupur
मौसम 💥
मुझे लगता है कि बचपन में
मुझसे कई बातें छिपाई गईं
या बस किताब के अनुसार ही पढ़ाई गईं ।
जैसे मौसम के होते हैं चार प्रकार
जिसके अनुसार आप निर्णय लेते हैं
कपडे पहनने और खाने का ।
बड़ा होने पर मैने जाना #Winter#विचार#season#lifeofhumanbeing
इश्क मोहब्बत दीदार तसव्वुर ❤️
झूठी बातें लगती थी
चांद की चांदनी देख
गलियां बदला करती थी ।
तेरे साथ के जादू ने
सब कुछ सच्चा कर दिया
चहक महक सा इत्र छिड़ककर #loveyourself#विचार
#GeetGovind 🌹
श्री गीतगोविन्द काव्य में जयदेव ने जगदीश का ही जगन्नाथ, दशावतारी, हरि, मुरारी, मधुरिपु, केशव, माधव, कृष्ण इत्यादि नामों से उल्लेख किया है।
जयदेव जी कुछ समय गौड़ में रहने के बाद पद्मावती और श्रीराधा-माधव जी के विग्रहों को लेकर राजा की अनुमति से जयदेव जी अपने गाँव लौट आये। यहाँ उनका जीवन श्रीकृष्ण के प्रेम में एकदम डूब गया। उसी प्रेमरस में डूबकर इन्होंने मधुर ‘गीत-गोविन्द’ की रचना की।
श्रित कमला कुच मण्डल धृत कुण्डल ए |
कलित ललित वन माल जय जय देव हरे|| 1 ||
चमत्कारिक प्रसंग– #समाज