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shamawritesBebaak_शमीम अख्तर
Bharti Vibhuti
संगीत कुमार
Purbayan Chowdhury
बन्दी लिपि १ भय में जीना भी सीख लिया, अपने आपको जाना, असीमित स्वतंत्रता की मोल बड़ी, दूरी में आंतरिकता बड़ी, वास्तविक मित्र बने, प्यार और भी खीर बने, हँसी रोना व्यर्थ लागे, गीतों की पंक्तियों में, कविताओ के लय में, गाथाओं के अक्षरों में, ज्ञान के महासागर में, खोते रहे हर बार। बन्दी लिपि का पहेला कविता #lockdowndiary #yqdidi #bandilipi
Ek villain
नीरज माधव के आलेख राष्ट्रीय चेतन का प्रतीक है संविधान उस रहस्य का उद्घाटन कर रहा है जिस पर इस देश के वामपंथी विचारों को और अल्पसंख्यक तुष्टीकरण नीति पर चलने वाले राजनीतिज्ञों ने जानबूझकर पर्दा डाल रखा है संविधान की मूल प्रति के हर भाग में भारत की सांस्कृतिक और सामाजिक चेतना को उद्धृत करने वाली मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम कर्म योग कृष्ण और विश्व की शांति का संदेश देने वाले महात्मा बुध के चरित्र शोभा के लिए नहीं बल्कि संविधान में उल्लेखित मौलिक अधिकार और नीति निर्देशक तत्व को आधी को सही रूप में समझना और विधान संबंधी रूप से उनका अनुपालन करने की दृष्टि से चित्र लिपि के रूप में पढ़ते किए गए थे दुर्भाग्य से भारत के राष्ट्रीय चेतन की वहा नको बने देश ने इन सांस्कृतिक और आध्यात्मिक प्रतीकों को हिंदू धर्म में जोड़ दिया बाद में संविधान इन चित्रों को लिए प्रदूषित नहीं किया गया कि कहीं इस देश की कथित अल्पसंख्यक वर्ग नाराज ना हो जाए यह पर समझने वाली बात यह है कि संविधान निर्माताओं की दृष्टि से धर्म वही नहीं था जिससे आजादी भारत की कांग्रेस शासन संस्था द्वारा देश के जनमानस को समझाया गया इसको पोस्ट करने के लिए भारत के संविधान में पंथनिरपेक्ष शब्द का जोड़ा गया देश के वर्तमान नीति नीतियों को चाहिए कि मूल संविधान की ही प्रतिकृति जनसाधारण को उपलब्ध कराई जाए क्योंकि संविधान की मूल प्रति के चित्र की अपनी विशिष्ट अर्थ है जिससे भारतीय जनमानस का परिचय होना ही चाहिए ©Ek villain #संविधान का आत्मा तत्व है उसकी चित्र लिपि #Travel
Swechha S
तुम पढ़ना मुझे किसी ब्रेल लिपि की तरह, देखना तुम्हारे स्पर्श से ही, मैं किसी आसान भाषा सी नजर आऊंगी ©Swechha S तुम पढ़ना मुझे किसी ब्रेल लिपि की तरह 💌 #15Feb #Tum
Rooh
सभ्यता के शुरुआती दौर में अभिव्यक्ति के लिए जब भाषाएँ खोजी जा रही होगी समाज की नज़र से कोसों दूर अलकनंदा नदी के किनारे पूर्णिमा की चाँदनी में प्रेम विकसित हुआ होगा प्रेमी के हरेक अंग पर किसी प्रेमिका ने होंठों से निर्मित की होगी प्रथम लिपि उंगलियों से चित्रकारी की होगी बनाये होंगे रातरानी के फूल प्रेम में निर्माण की शक्ति होती है प्रेम लिपि 💙 #yqbaba #yqdidi #yqquotes #love #erotica #poetry #aaina_rooh #yqhindi