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Shayraa
{ इंतज़ार उन आँखो का } कभी तो चौंक के देखे कोई हमारी तरफ़ किसी की आँखो में हमको भी इंतज़ार दिखे!! ©Shayraa इंतज़ार उन आँखो का #hindipoet #poetryworld #poetrycollection #poetry_by_shayraa
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read moreहिमांशु Kulshreshtha
White लोगों के फरेबी चेहरे देख कर, जज़्बातों से रिस रहा हूँ , दिल और दिमाग की इस रस्साकशी में, मैं पिस रहा हूँ ...!!!! ©हिमांशु Kulshreshtha लोगों के
लोगों के
read moreShreyansh Gaurav
"आँखो का गुनहगार हूँ मैं" अगर मैं गुनहगार हूँ तो सिर्फ इन आँखो का कितना इन्हें परेशां कर रखा हूँ.! बहुत झेलती है यें मुझे कभी गाली भी देती होगी तो सुनुँगा सोने नहीं देता हूँ,जगा कर रखा हूँ.! ख़ुद में क्या यें दोनों भी इक़ दूसरे से बातें करतीं होगी बताओ किसके यहाँ फ़स गयीं है यें.! शुक्रगुजार हूँ मैं इन दोनों का सोचता हूँ कभी ऐसा हो बारी बारी से इन्हें बन्द करता मैं..! इक़ सोकर आराम करतीं फ़िर दूसरी उठकर खुलती रहतीं.! मुआफ़ करना तुम दोनों ख़ुद तो जागता हूँ,तुम दोनों को जगा रखा हूँ.!! ©Shreyansh Gaurav #Beautiful_Eyes #आँखो का गुनहगार हूँ #poetry
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read moreSachin Malviya
White खंजर तो यूँ ही बदनाम है, वो आँखों से वार करते है। ग़र ख़ौफ़ न होता खुदा का, वो कत्लेआम सरे बाजार करते। ©Sachin Malviya वो आँखो से वार करते है।
वो आँखो से वार करते है।
read moreGhanshyam Ratre
जंगल उपवन के छेड़छाड़ पेड़ -पौधों की कटाई कर रहें हैं। वन्य प्राणी पशु-पक्षियों का जीवन संकटों से प्रभावित हो रहें हैं।। जंगल में रहने वाले पशु-पक्षियां गांवों- शहरों में आ रहें हैं। खेती-बाड़ी फसल को उजाड़ कर बर्बाद कर रहे हैं।। ©Ghanshyam Ratre जंगलों के पशुओं पक्षियों के जीवन
जंगलों के पशुओं पक्षियों के जीवन
read moreF M POETRY
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset समंदर के किनारे आ के अक्सर बैठ जाता हूँ.. सुना है दिल के दर्द-ओ-ग़म समंदर सोख लेता है.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #समंदर के किनारे आ के अक्सर..
#समंदर के किनारे आ के अक्सर..
read moreDR. LAVKESH GANDHI
दिल किसका एक प्रेमिका के कहने पर जब प्रेमी ने अपनी जन्म देने वाली माता का दिल कलेजे से बेध कर निकाला और अपनी प्रेमिका के पास जा पहुंँचा तो प्रेमिका ने अपने प्रेमी को धिक्कारते हुए कहा जा जा... जो पुरुष जन्म देने वाली मांँ का नहीं हुआ वह अनजान प्रेमिका का क्या होगा... ©DR. LAVKESH GANDHI #दिल # # दिल का रोग #
दिल # # दिल का रोग #
read moreRameshkumar Mehra Mehra
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग..! अब ना चाहत रही ना ही कोई रोग...!! ©Rameshkumar Mehra Mehra # अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग,ना अब कोई ख्वाईश रही ना कोई रोग....
# अजाद कर दिये मैने मन पंसद लोग,ना अब कोई ख्वाईश रही ना कोई रोग....
read moregaTTubaba
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset सुबह सुबह मुस्कुराहट आयी चेहरे पर की एक चेहरा देखा पहले तो अपना देखा पर वजह वो था जिन आँखो में चेहरा अपना देखा ©gaTTubaba #SunSet सुबह सुबह मुस्कुराहट आयी चेहरे पर की एक चेहरा देखा पहले तो अपना देखा पर वजह वो था जिन आँखो में चेहरा अपना देखा
#SunSet सुबह सुबह मुस्कुराहट आयी चेहरे पर की एक चेहरा देखा पहले तो अपना देखा पर वजह वो था जिन आँखो में चेहरा अपना देखा
read moreचाँदनी
White जाने कौन सा रोग मेरे कविताओं को लगा है शब्दों का एक कतरा जिस्म पर गिरते ही कविताएँ अपने एक अंग को खा जाती है मै एक कोने मे बैठ कर खूब रोती हूँ और मेरे कविता के बहते नासूर से फिर एक जिस्म तैयार होता है हर बार हृदय काग़ज के आर पार बैठा राहगीरो से दूर अपने जख्म की तूरपाई मे कागज के सिलवटों को नोच देता है दर्द नासूर का नही, जिस्म का नही काग़ज का होता मौत तीनों को कैद करता है रूह अकेला चित्कारता है कविताएँ जहर या औषधि ही नही बनती बाकी तीन खण्डों का मूलभूत अधिकार जीवन - मरण तक स्थापित कर चुकी होती है ©चाँदनी #रोग