Find the Latest Status about खिलाएंगे तारा के from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खिलाएंगे तारा के.
हिमांशु Kulshreshtha
White लोगों के फरेबी चेहरे देख कर, जज़्बातों से रिस रहा हूँ , दिल और दिमाग की इस रस्साकशी में, मैं पिस रहा हूँ ...!!!! ©हिमांशु Kulshreshtha लोगों के
लोगों के
read moreहिमांशु Kulshreshtha
Unsplash कर के मोहब्बत भरपूर तुमसे .. हिस्से में सिर्फ तेरी बेरुखी के हक़दार हुए .. ख़बर भी ना लगी कब दिल खो गया कब तेरी चाहतों के शिद्दत से तलबगार हुए .. ©हिमांशु Kulshreshtha कर के..
कर के..
read moreGhanshyam Ratre
जंगल उपवन के छेड़छाड़ पेड़ -पौधों की कटाई कर रहें हैं। वन्य प्राणी पशु-पक्षियों का जीवन संकटों से प्रभावित हो रहें हैं।। जंगल में रहने वाले पशु-पक्षियां गांवों- शहरों में आ रहें हैं। खेती-बाड़ी फसल को उजाड़ कर बर्बाद कर रहे हैं।। ©Ghanshyam Ratre जंगलों के पशुओं पक्षियों के जीवन
जंगलों के पशुओं पक्षियों के जीवन
read moreMaari Karnan
White तारे बनके दिल पे टिमटिमाऊंगा चादनी रातो में आँखों में बस जाऊँगा....................... दिल के आसमान में आपकी चाहत का सुरूर दिल में basaounga ........शिद्दत से मोहब्बत की दुनिया आपके दामन में बिछेगा....... ©Maari Karnan #GoodNight दिल का तारा# PUJA KUMARI Rakesh Srivastava zindagi Digital Marketing Lalit Saxena
#GoodNight दिल का तारा# PUJA KUMARI Rakesh Srivastava zindagi Digital Marketing Lalit Saxena
read moreBhupendra Rawat
White मैने जो किस्से लिखे है वो मेरे हिस्से मे आयेंगे दर्द के सैलाब मे भी तबस्सुम खिलाएंगे अगर पढ़ोगी तुम हरेक किस्सा तो रूठे पल याद आयेंगे तुम ही आरम्भ थी और अब तुम ही अंत हो इसका कारण पूछा अगर तुमने तो हम बस मुसकराएँगे हंसी का मुखोटा साथ लाये है जख्म को अपने मरहम बनाएंगे देखते रहना हौसलों को तुम दर्द के सैलाब मे भी कश्ती लेहरायेंगे ©Bhupendra Rawat #Sad_Status मैने जो किस्से लिखे है वो मेरे हिस्से मे आयेंगे दर्द के सैलाब मे भी तबस्सुम खिलाएंगे अगर पढ़ोगी तुम हरेक किस्सा तो रूठे पल याद
#Sad_Status मैने जो किस्से लिखे है वो मेरे हिस्से मे आयेंगे दर्द के सैलाब मे भी तबस्सुम खिलाएंगे अगर पढ़ोगी तुम हरेक किस्सा तो रूठे पल याद
read moreF M POETRY
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset समंदर के किनारे आ के अक्सर बैठ जाता हूँ.. सुना है दिल के दर्द-ओ-ग़म समंदर सोख लेता है.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #समंदर के किनारे आ के अक्सर..
#समंदर के किनारे आ के अक्सर..
read moreअनिल कसेर "उजाला"
मौसम बदल रहा है सम्हल के चल, दिल से दिल मिल रहा है सम्हल के चल। तूफां तो बहुत आयेंगे जिंदगी में तेरे, वक़्त भी निकल रहा है सम्हल के चल। ©अनिल कसेर "उजाला" सम्हल के चल
सम्हल के चल
read moreGhanshyam Ratre
शीत लहरें कोहरे का ठंडा का महिना है । गरम वाले सुती ऊनी वस्त्र लगते सुहाने हैं।। बहुत ठंडा लगता है ठंड से शरीर कांपते हैं। ठंडा में गर्मागर्म खाने के चीजें अच्छे लगते हैं।। ©Ghanshyam Ratre ठंडा के महिने
ठंडा के महिने
read morePraveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी योजनाओं की धुंध से ओझल जनमानस उनकी नीतियां जीवन कपकपाती है सर्द और सुन्न हो गये मन मस्तिष्क ओले राशन पानी पर गिराकर महंगाई का कहर रसोई पर बरसाती है मानक सफ़लता के सरकारों के पास है गफलत में हम, दम तोड़े जाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #sadak मानक सफलता के सरकारों के पास है
#sadak मानक सफलता के सरकारों के पास है
read more