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Rahul Sharma
White शायद उसने मेरी याद में रो कर आंसु सुखा लिए होंगे मेरी मौत की खबर पर भी उसकी आँखें नम न हुई ©Rahul Sharma #Sad_Status हारा हुआ हु मै
#Sad_Status हारा हुआ हु मै
read moreParasram Arora
White कई बार मुझे अहसास हुआ कि ये जगत मेरे किसी काम का नही रहा कभी कभी मुझे ऐसा भी आभास होने लगता है कि मै स्वयं भी इस जगत के लिए किसी काम का नही रहा ©Parasram Arora जगत और मै
जगत और मै
read moreसंजय जालिम " आज़मगढी"
मै सुहाग हु तेरा, मुझे प्यार करते दे मै सिंगार हु तेरा, मुझे दिल से इज़हार करने दे तुम्ही से मेरी सारी खुशी जिंदगी मे सजनी.. मै तेरे हाथों का कंगन,मुझे एक बार खनांकने दे मै पैरों की पायल तेरी, मुझे तु छन छन बजने दे... शेष ... ©संजय जालिम " आज़मगढी" ## मै ##
## मै ##
read moretripathi
White मैं खुद शोर हु मै खुद शांत हु गर मुझे समझो तो पानी हु मै न समझो तो आग हु🔥🔥 ©Rishu singh #love_shayari मैं खुद शोर हु मै खुद शांत हु गर मुझे समझो तो पानी हु मै न समझो तो आग हु
#love_shayari मैं खुद शोर हु मै खुद शांत हु गर मुझे समझो तो पानी हु मै न समझो तो आग हु
read moreAkash gautam s n
White वर्षो की रहा अखशर बहुत गंभीर तराह से बदलती ,😔💔 ©Akash Gautam S N #Sad_Status रहा बदलने मै समय बहुत कम लगता h 💔💔
#Sad_Status रहा बदलने मै समय बहुत कम लगता h 💔💔
read moreParasram Arora
White नहीं हूँ मै उस कैलंडर की तरह जिस पर धूल चड़ चुकी हैँ जिसे तुमने कभी पलट कर देखा तक नहीं और जो फड़फड़ाता रहता हैँ दिन भर पंखे की हवाओ से या खिड़की से आते हवा के झोको से ©Parasram Arora नहीं हूँ मै
नहीं हूँ मै
read moreParasram Arora
White नहीं हूँ मै खिड़कियों के शिशे पर चढ़ी उस धूल की तरह जिसे तुम पोंछ लेते हो ढेर सारी रौशनी के लिए ©Parasram Arora नहीं हूँ मै
नहीं हूँ मै
read moreUrmeela Raikwar (parihar)
White बादल घिर आये है, सुनसान सड़क है, मै और तेरी यादें है, अक्सर बाते करते है. ©Urmeela Raikwar (parihar) #sad_quotes मै और तेरी यादें
#sad_quotes मै और तेरी यादें
read moreranjit Kumar rathour
साल आखिरी दिन था अपने सफर से घर कि ओर चल पड़ा था कि याकयक याद कोई आ गया सोचा उसके घर के सामने से जाना है देख लेता उसे मिल लेता उसे करीब से देख लेता साल कि आखिरी मुलाक़ात सोचता हुआ निकला मगर ये कैसे था संभव एकाएक दरवाजे से गुजरा मेरी बाइक रुक गयी वो भागी आयी बोली बोलिए!क्या कहता सो कहा आज़ आखिरी साल है कल बदल जायेगा तुम 2024 ही रहना बदलना नहीं यही कहना था हा मिलूंगा कल भी 2025मे थोड़ी निखरी निखरी बहकी बहकी मिली थी एक अभिवादन था जिसमें था हम वहीँ है और वहीँ पर ©ranjit Kumar rathour मै वहीँ और जगह वहीँ (2024 का आखिरी din)
मै वहीँ और जगह वहीँ (2024 का आखिरी din)
read moreranjit Kumar rathour
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset वों अच्छी नहीं है दिखने मे बहुत मामूली सी है छोटा कद है उसका आकर्षक भी नहीं है बाते भी अच्छी नहीं करती बहुत साधारण लगती है कुछ भी खास नहीं है लेकिन कुछ तो है जो बांकी औरो मे नहीं है उसने कहा नहीं कुछ लेकिन लड़ बैठतीं थी बांकी कि हिम्मत नहीं थी वों चढ़ बैठतीं थी मन कि हर बात मुझसे कहती उसे लगता मै अच्छा हुँ मै ऐसा भी नहीं था जो उसे लगा उतना भी सही नहीं था एक दिन वों करीब ख़डी थी मै खुद को रोक नहीं पाया न कोई विरोध न नाराजगी फिर लगा ये वों तो नहीं हां वों ही था हां वों ही था ©ranjit Kumar rathour उसे लगता मै अच्छा था
उसे लगता मै अच्छा था
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