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Kanchan Mishra
बजा दे आज माँ वीणा,खड़े हम भक्तजन तेरे पढ़ा के पाठ गीता का बना दे कर्मयोगी तू विराजे हँस सुर श्रृंगार, साजे कर पुस्तक तू ©Kanchan Mishra बसन्त पंचमी 🙏🙏💐💐😊
Praveen Jain "पल्लव"
पल्लव की डायरी तन्हाइयो में डूबे हम, नजर हम दम नही आता है पड़े है सब लालचों में सुबह शाम पैसा पैसा नजर आता है शान शौकत और अभिमान के लिये घुट गयी जिंदगी, शरीर रोगों का घर नजर आता है खुशिया भी अब आर्टिफिशियल रह गयी दिल से ठहाके कौन लगा पाता है मतलब के लिये,मिलते है यहाँ लोग वर्ना अपनो का भला और सहारा भी नही दे पाता है पतझड़ बनकर कटते रहे समाज और परिवारों से जीवन मे वे बसंत की बेला कहा ला पाते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Exploration जीवन मे वे बसन्त की बेला कहा ला पाते है #nojotohindi
HINDI SAHITYA SAGAR
Vedantika
फ़स्ल-ए-बहाराँ होता है उसके दीदार के बाद न रहती कोई ख्वाहिश उसकी फरियाद के बाद ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "फ़स्ल-ए-बहाराँ" "fasl-e-bahaaraa.n" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है बसन्त ऋतु एवं अ
Pnkj Dixit
🌷💞👰 उसकी यादों का सावन आता है और पतझड़ का मौसम दे जाता है मैं बीते दिनों में खो जाता हूँ और एहसास बसन्त सा पाता हूँ वो है मुझसे दूर बहुत , मगर मेरे नाम से है मशहूर बहुत उसके दिल में है चाह बहुत और दिल में मेरे घाव बहुत वो शाही जीवन जीता है और स्याही में जीवन जीता है मैं एकांत में ध्यान लगा लेता हूँ और उसका मान बढ़ा देता हूँ २१/०३/२०२३ 🌷👰💓💝 ...✍️ कमल शर्मा'बेधड़क' ©Pnkj Dixit 🌷💞👰 उसकी यादों का सावन आता है और पतझड़ का मौसम दे जाता है मैं बीते दिनों में खो जाता हूँ और एहसास बसन्त सा पाता हूँ वो है मुझसे दूर बहु
mamta gupta
मन जब शब्दो से रिक्त हो जाता है। सबकुछ वीरान सा नजर आता है। ऐसा लगता जैसे,पतझड़ का मौसम हो हवा में खामोशी का आलम नजर आता है। शब्द सूखी पत्तियों के भांति झड़ने लगते है। पक्षियों के भांति शब्द भी,घरोंदे ढूढंने लगते है। मन की गलियों में सपनो के टूटने का अहसास होता। जब शब्दों के पतझड़ का मन मे आभास होता। शायद मन मे अहसासों का मुरझाना। मुरझाकर कर सुखना,फिर टूट जाना। और फिर मिट्टी में मिलकर दफन हो जाना। लेकिन दफन हुए जज्बातों को प्रेम के से सींचना। नए कोपल का बनना,और फिर से मन मे जज्बातों को जगना। सच शब्दों के पतझड़ से जज्बातों का होता अंत है। मन मे उपजे शब्द वीराने में भी लाते बंसत है। ©mamta gupta #story #जज्बात #रिक्त #बसन्त #पतझड़ #कविता
Abid
Mareez e ishq ko shifa nahi wafa chahiye, Ye wo maraz hai jis marz ka or maza chahiye. Wafa ki aag hai jitni lagegi bhadkegi, Ye wo Shola hai jisse or bhi hawa chahiye. मौसम-ए-इश्क़ आ गया بسنت آتا ہے تو خوشیاں لے کر آتا ہے۔ چار جانب دھرتی مسکرا اٹھتی ہے۔ پھول- پودے چرند جیسے جی اٹھتے ہیں۔ من کھل جاتا ہے۔
Priyanka P
माँ वागीश्वरी माँ शारदा तू ही तो है विद्याप्रदाता जड़ता अज्ञान विश्व का हरती वीणावादिनी हे माँ सरस्वती #बसन्त पंचमी #सरस्वती #वीणावादिनी #अज्ञान #yq #yourquotedidi
... मोलिका
वो खुशबू से तुझे तर-ब-तर कर गई, इक सावन की तरह, बरस कर गई तुझमें..!! अब तमाम उम्र तुम्हें छूकर रखना होगा मुझे बसन्त करने के लिए जानाँ..!♥️ अब तमाम उम्र तुम्हें मेरी सांसों में महकना होगा जानाँ ..!!♥️
CalmKazi
खुला है बसंत का शटर, बिक रही राहतें । जमा करें थोड़ी उदासी, खुशियाँ किराये पर मिलती हैं । #बसंत #बसन्त #ऋतु #CalmKaziWrites #YQBaba #YQDidi #हिंदी #कविता #NaPoWriMo #Poetry #Poem #5345Poem