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usFAUJI
🤔बदलता ज़माना🤔 ©usFAUJI बदलते रिश्ते #रिश्ते #Relationships #usfauji #Nojoto
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read morehimesh
White DARKNESS 🌑 ©himesh #good_night कविता बारिश पर कविता
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read morezenith
White रिश्ते रिश्ते सिर्फ दिल से निभाया जाए जज्बातों की कद्र किया जाए बेवजह ही अहम में आकर इसे न खोए बस मुस्कुराहट और ख्याल ही चाहिए इसे संजो कर रखे ©Vibha Pandey #nojotahindi #nojohindi #कविता #रिश्ते #thought
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read moreWriter Mamta Ambedkar
White बारिश की बूंदे कितनी ख्वाहिश थी, बारिश की बूंदों को, आसमान से गिरकर, जमीन में दफ्न होने की। वो जो ऊंचाइयों में, बादलों की गोद में थीं, हर एक लम्हा सोचती थीं, धरती की मिट्टी से मिलने को। चमकते सूरज के डर से, बादलों में छुपती रहीं, पर दिल में हसरत थी, जमीन की आगोश में समाने की। फिर एक दिन बादलों ने भेजा उन्हें धरती को तोहफा बनाकर, जीवन को सींचने, और प्यास बुझाने। गिरती रहीं,झूमकर, नाचकर, हर पत्ती, हर शाख से लिपटकर, मिट्टी की खुशबू में, अपने अस्तित्व को मिटाने। दफ्न होकर मिट्टी में, वो बूंदें मुस्कुराईं, कि उनकी ख्वाहिश ने, जीवन को एक नई कहानी सुनाई। ख्वाहिशें भी ऐसे ही, अधूरी नहीं रहतीं, आसमान से गिरकर, ज़मीन पर मुकम्मल होती हैं। राइटर ममता आंबेडकर मोटिवेशनल कवित्री ©Writer Mamta Ambedkar #Sad_Status प्यार पर कविता कविता कोश प्रेम कविता कविता कविताएं
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read moreकवि प्रभात
White साँझ ढली फिर नहीं आयी वो आज फिर मैं राह देखते रहा होते रहा अधीर सोचते की किस खता की दे रही सज़ा 2 सोचते की कैसे हो गई बेपीर ©कवि प्रभात #good_night प्यार पर कविता कविता कोश
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read moreAlfaz-E-Dheeraj
अपना वो हैं, जो किसी और के लिए तुम्हें नज़रअंदाज़ ना करे। ©Alfaz-E-Dheeraj #BehtiHawaa हिंदी दिवस पर कविता Aaj Ka Panchang प्रेम कविता हिंदी कविता प्यार पर कविता
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read moreकाव्य महारथी
आ. आभा गुप्ता , इंदौर, मध्यप्रदेश हिंदी दिवस पर कविता कविता प्रेरणादायी कविता हिंदी हिंदी दिवस पर कविता देशभक्ति कविता
read moreकवि प्रभात
White जिसको चाहा पूजा जिसको, दिन ऐसा वो दिखलाई घिन अपने ही आप पे हमको, सच कहता यारों आई लगा ये लगने किसी के दिल में, बसने के लायक नहीं व्यर्थ ही हमने जीवन की, सौगातें धरती पर पाई ©कवि प्रभात #sad_dp हिंदी कविता कविता कोश प्यार पर कविता
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read moreकवि प्रभात
बिन तेरे वैसे हूँ मै, बिन बादल ज्यूँ नीर | बिन खुशबू ज्यूँ पुष्प हो, ज्यूँ बिन प्राण शरीर || ©कवि प्रभात #dhoop प्यार पर कविता कविता कोश
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read moreWriter Mamta Ambedkar
जो लोग कहते हैं औरत का कोई घर नहीं होता सच तो ये है बिना औरत का कोई घर ही नहीं होता हैं औरत के क़दम है जो आँगन में आते ही, हर कोने को अपनी महक से सजाती है। हंसती है, रोती है, ख़ुशियाँ बाँटती, हर ग़म को अपनी मुस्कान में छुपाती है। माँ, बेटी, बहन, पत्नी बनकर, हर रिश्ता निभाती है औरत हर दिल में जगह बनाकर, घर को स्वर्ग बनाती है औरत उँगलियों से सींचती है खुशियों की उमंग छोटे-छोटे लम्हों में भरती हैं रंग बिरंगे पल परछाइयों में उसकी छवि रहती हैं वो तो हर साँस में बसती है, खिलती है। तो कहने वालों, सुन लो ये बात, औरत का अस्तित्व ही घर की सौगात। सच तो यही है, इससे ही महकता घर आंगन बिना औरत के सुना है बच्चों का आँचल। ©Writer Mamta Ambedkar #Tuaurmain प्यार पर कविता कविताएं हिंदी दिवस पर कविता कविताएं प्रेम कविता
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