Find the Latest Status about लौह पुरुष में समास from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, लौह पुरुष में समास.
Sumit Kushwah
White आज कल स्कूल में डूबा हुआ हू ©Sumit Kushwah #Thinking में यादों में हू
#Thinking में यादों में हू
read moreपण्डित राहुल पाण्डेय
White अंत में स्त्रियां प्रेम मै धोखा देकर विवाह सफल कर लेती है.. मगर पुरुष दर्द सहते सहते वैरागी व शराबी बन जाता हैं.. ©पण्डित राहुल पाण्डेय #Sad_Status अंत में स्त्रियां प्रेम मै धोखा देकर विवाह सफल कर लेती है.. मगर पुरुष दर्द सहते सहते वैरागी व शराबी बन जाता
#Sad_Status अंत में स्त्रियां प्रेम मै धोखा देकर विवाह सफल कर लेती है.. मगर पुरुष दर्द सहते सहते वैरागी व शराबी बन जाता
read moreAndy Mann
मैं " पुरुष " हूँ मैं भी घुटता हूँ , पिसता हूँ टूटता हूँ , बिखरता हूँ भीतर ही भीतर रो नही पाता कह नही पाता पत्थर हो चुका क्योंकि मैं पुरुष हूँ मैं भी सताया जाता हूँ जला दिया जाता हूँ उस दहेज की आग में जो कभी मांगा ही नही था स्वाह कर दिया जाता हैं मेरे उस मान-सम्मान का तिनका - तिनका कमाया था जिसे मैंने मगर आह नही भर सकता क्योकि मैं पुरुष हूँ . मैं भी देता हूँ आहुति विवाह की अग्नि में अपने रिश्तों की हमेशा धकेल दिया जाता हूं रिश्तों का वजन बांध कर जिम्मेदारियों के उस कुँए में जिसे भरा नही जा सकता मेरे अंत तक कभी कभी अपना दर्द बता नही सकता किसी भी तरह जता नही सकता बहुत मजबूत होने का ठप्पा लगाए जीता हूँ क्योंकि मैं पुरुष हूँ ©Andy Mann #पुरुष Dr Udayver Singh Niaz (Harf) Ak.writer_2.0 अदनासा- vinay panwar
#पुरुष Dr Udayver Singh Niaz (Harf) Ak.writer_2.0 अदनासा- vinay panwar
read moreB Rani
Hello Everyone Hii Good morning Have a nice day and miss u Everyone. ©B Rani # शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
# शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
read moreकौशल ~
White कभी जो कोई पुरुष रोये तुम्हारे आगे तो भर लेना बांहो में और संभाल लेना उन्हें। क्योंकि... ये रोये है तो केवल माँ के आगे... दुसरा उस स्त्री के आगे जिस पर ये भरोसा था की वो समझेगी। बिना कुछ सवाल किये उन्हें थपकाते रहना... और आंचल से पूंछना उनके अश्रु ये जो बह रहा है वो लाचारी नही... ये तो दर्द है सफलता असफलता का, तानों का, अकेलेपन का, जोर से रोने का, कई बार...बिखरने का और अंततः वो रोना चाहते है दर्द को कहना चाहते है कि दर्द हुआ है सीने में। जो छुपाए रखा फिजूल में समाज के भय से कोई ये न कहे की मर्द को दर्द नही होता । शायद! ये परिभाषा उसे कभी ठीक नहीं लगी क्योंकि वो पत्थर नहीं है जो महसूस न हो उसे दर्द की बेहद!!! कौशल्या मौसलपुरी जोधपुर ©कौशल ~ #Sad_Status रोता हुआ पुरुष
#Sad_Status रोता हुआ पुरुष
read moreAnuradha T Gautam 6280
#पुरुष स्त्री पर बरस पड़ता है, जबकि #स्त्री चाहती है बून्द-बून्द जमा हो उसके तन पर! ♥️♥️♥️ ©Anuradha T Gautam 6280 #पुरुष स्त्री पर बरस पड़ता है, जबकि #स्त्री चाहती है बून्द-बून्द जमा हो उसके तन पर! ♥️♥️♥️
B Rani
Hello Everyone Hii Good morning Have a nice day and Hello Everyone Good night. ©B Rani शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
शायरी हिंदी में शायरी हिंदी में
read moreParasram Arora
Unsplash बादलों से टूट कर एक बार मै समुन्दर की गहराई मे सिमट गई थीं ज़ब मुझे ढूढ़ने तब मेरा पितृपुरुष वो बादल अपने घर से निकला ©Parasram Arora पितृ पुरुष बादल
पितृ पुरुष बादल
read moreSumit Kumar
कुछ पुरुष भी जला दिये जाते है उस "दहेज़ की आग" में जो उसने कभी माँगा नहीं होता है.. ©Sumit Kumar दहेज़ की आग और पुरुष.. sad shayari on life
दहेज़ की आग और पुरुष.. sad shayari on life
read more