Find the Latest Status about एक बारगी from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, एक बारगी.
Vinay S Tiwari
मैंने एकबारगी तुम्हारे बगैर भी चाय पिया था उस रेस्तरां में । तुम्हारे लिए ही , ये जानने कि, जब तुम्हें लाऊँगा तो इसकी चाय तुम्हें पसंद आएगी न !! किसी ने कहा था, कि तुम चाय सबसे लज़ीज़ बनाती हो । तुम्हें बड़ा शौक है चाय पीने का । और ये भी कि तुम अपनी बनाई चाय सिर्फ उन्हें पिलाती हो जिनसे मोहब्बत होती है तुम्हें । इसी फेहरिस्त में शामिल होने के लिए मैं सोचता था कि मैं तुम्हें चाय पे इनवाइट करूँ और जब तुम रेस्तरां की चाय पियो तो कह दो, कि मैं चाय पिलाऊँगी तुम्हें अपने हांथों से बना कर तब कहना चाय कैसी होती है ? और इस तरह शायद मैं उस फेहरिस्त में शामिल हो जाऊँ जिनसे तुम्हें प्यार है । फिर मैंने कॉफी भी पी लिया था इस अंदेशा से कि कहीं तुम चाय के एवज में कॉफी पीना चाहो तो !! मैंने कॉफी भी पिया । फिर कॉफी नहीं पसंद आई तो मैं गया इंडियन कॉफी हाउस की शायद , तुम्हारे इच्छित स्वाद के तकरीबन तो रहे इन कॉफियों का स्वाद । फिर मैं हो आया था थिएटर ! और घूम कर सारी सीटें परख ली थी कि कौन सी सीट तुम्हें सबसे ज्यादा आरामदेह लगेगी । लेकिन इत्तेफ़ाक़ तो देखो तुम मिली भी मुझे तो बस में । वो भी ऐसी बस में जो सिर्फ अपने मुक़ाम में पहुँच कर रुकती है । और जब उतरा तो कोई और ही शहर था वो ! मुझे नहीं पता था चाय यहाँ कहाँ अच्छी मिलती है ? तुम्हें चाय न पिला पाने के अफ़सोस में मैं तुमसे पूँछ भी नहीं पाया कि ये तुम्हारा शहर तो नहीं ? फिर जब मैंने कहा, कि आओ चाय पीते हैं तो तुमने ही तो कहा था न ! कि यहाँ नहीं चलो घर चलते हैं, मैं अच्छी चाय बनाती हूँ , शायद तुम्हें मेरी चाय पसंद आए !! और मैं ईश्वर द्वारा अपनी इस तरह की पूर्वनियोजित मिलन देख कर हतप्रभ रह गया । मुझे यकीन हो गया था कि वाकई ईश्वर हमारे लिए हमसे बेहतरीन तलाश करता है फिर चाहे वो रास्ते हों या मंज़िल । एक बारगी तुम्हारे बगैर भी चाय पिया था उस रेस्तरां में ।
दि कु पां
जा गोते लगा आया.... कुछ मिला ना कहने को तो पर एक बारगी जा सबसे मिल आया वो पुराने दोस्त वो सब पुराने लोग.. या कहूं वो पुराने दिन.. सबके सब पल भर के लिए जी आया.. स्वस्थ पापा को अपने पैरों पर चल मेरा हौसला बढ़ाते हुए पाया.. मां का भी हँसता हुआ चेहरा न जानें कितने सालों बाद देख पाया.. ना जानें और क्या क्या मैं इन अल्प क्षणों में जी आया... वहीं कहीं भीड़ में गुम अपने अधुरे प्यार से भी मिल आया... अपने जिंदगी में फिर पुरानी यादें भर कुछ ताज़ा फिर मैं हो आया...!!— % & जा गोते लगा आया.... कुछ मिला ना कहने को तो पर एक बारगी जा सबसे मिल आया वो पुराने दोस्त वो सब पुराने लोग.. या कहूं वो पुराने दिन.. सबके सब प
AJAY NAYAK
इस बार कुछ हो जाए एक बार फिर से ये दिल मचल रहा है, उन्हें एक बारगी फिर से देखने के लिए, ये पागल मन, फिर से मचल रहा है, जब हम में बात ही नही होगी, तो देखकर हम करेंगे क्या? हमे उनसे प्यार है शायद फिर से कुछ हो जाये..... इतनी सारी अडचनों के बावजुद उन्हें देखने का फिर भी दिल कर रहा है, डर लगता है कि कहिं कुछ गलत ना हो जाए, हम एक बार फिर से झगड़ ना जाए यही सोचकर अपने पग खिंच ले रहे हैं वो सामने है फिर भी कुछ नहीं बोल रहे हैं हमे उनसे प्यार है, शायद फिर से कुछ हो जाये...... चलो जो होगा वो, देखा जाएगा एक बार फिर से उनसे बोल देता हूं थोड़ा भी रहेगा, उनके मन में नाम मेरा एक बार जरुर, ठहरेंगी मेरे लिए मुझको बार बार इग्नोर करके भी नकाब की आड़ में, बार बार दिखेंगी जरुर हमे उनसे प्यार है, शायद फिर से कुछ हो जाये...... –अjay नायक ‘वशिष्ठ’ ©AJAY NAYAK #Love इस बार कुछ हो जाए एक बार फिर से ये दिल मचल रहा है, उन्हें एक बारगी फिर से देखने के लिए, ये पागल मन, फिर से मचल रहा है, जब हम में बात
BROKENBOY
बापू, जो तुमने सोचा, शायद अच्छा सोचा होगा, हे महात्मा, बेशक तुमने, सब में ही रब देखा होगा। राम-राज्य का सपना लेकर, जिनको तुमने बैठाया था, हे बापू, खुद आकर देखो, क्या? वैसा ही, हो पाया है। सपना तो सपना है बापू, सपने सपने रह जाते हैं, सपनों में ही जीने वाले, सपना होकर रह जाते हैं। लेकिन सपना नहीं ज़िंदगी, तुम ये कैसे जान सके ना, तुम ज्ञानी-ध्यानी होकर भी, सच काहे पहचान सके ना। ज़हरीले बीजों को बो कर, तुम अमृत की करो कल्पना, इतिहासों में लिखी हक़ीक़त, क्यूं? आखिर तुम जान सके ना। आम नहीं हो सकते पैदा, बोया अगर बंबूल गया हो, ये नियम है अटल मगर तुम, जानबूझकर मान सके ना। रोका था, समझाया था तब, भीमराव की सुनी नहीं, ये कैसी ज़िद किनी बाबा, भला बुरा पहचान सके ना। देखो बाबा, आकर देखो, किन को दी, तुमने आजादी, किन को तुमने, गद्दी सौंपी, किन को पहनाई थी खादी। आकर देखो एक बार तो, क्या वैसा ही हो पाया है? जैसा तुमने सोचा होगा, भारत वैसा हो पाया है? नोटों से, तस्वीरों से, या राजघाट से, बाहर आकर, एक बारगी आकर देखो, भारत कैसा बन पाया है। सच कहता हूं बाबा तुमसे, रो दोगे, जब देखोगे, भारत की आज़ादी पर, अब गद्दारों का साया है।. #independenceday2020 बापू, जो तुमने सोचा, शायद अच्छा सोचा होगा, हे महात्मा, बेशक तुमने, सब में ही रब देखा होगा। राम-राज्य का सपना लेकर,
sukumar punoriar
एक खूबसूरती, एक ताज़गी, एक सपना, एक सच्चाई एक कल्पना, एक एहसास। एक आस्था, एक विश्वास यही हैं एक अच्छे साल की शुरुआत। एक खूबसूरती, एक ताज़गी, एक सपना, एक सच्चाई एक कल्पना, एक एहसास। एक आस्था, एक विश्वास यही हैं एक अच्छे साल की शुरुआत।
Ashok kanaujiya
एक जिंदगी ,एक ख्वाब एक खूबसूरती, एक ताज़गी एक सादगी , एक सच्चाई एक कल्पना, एक एहसास एक आस्था, एक विश्वास यही हैं एक अच्छे साल की शुरुआत..!! ~अशोकराज् ©Ashok kanaujiya #newyear एक जिंदगी ,एक ख्वाब एक खूबसूरती, एक ताज़गी एक सादगी , एक सच्चाई एक कल्पना, एक एहसास एक आस्था, एक विश्वास यही हैं एक अच्छे साल की
Babloo Patuwasia( kabeera)
एक–एक..??? एक को रूह की तलाश थी एक जिस्म जांचता रहता था एक को इश्क़ की चाह थी एक हवस बुझाता रहता था एक आंखें झुकाए रहता था एक आंखें टिकाए रहता था एक सपने सजाए रहता था एक मिट्टी में मिलाता रहता था एक जीवन गीत गुनगुनाता था एक मौत के राग सुनाता था एक रिश्ता पाक निभाता था एक रिश्ता नापाक रखता था एक रोते–रोते हंस जाता था एक आंसू सिर्फ़ सजाता था एक ऐसा रिश्ता निभाता था एक कैसा रिश्ता निभाता था कबीरा पातुवासिया... एक–एक???#nozoto
vinni.शायर
एक एक करके छोड़ दी मेने.. सब आदते.. लिखना पढ़ना खेलना सोचना तो खेल था.. ©vinni.शायर एक एक.. #silhouette