Nojoto: Largest Storytelling Platform

New शीतला माता की कथा Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about शीतला माता की कथा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, शीतला माता की कथा.

    PopularLatestVideo

Mansi Rathour

शीतला माता की कथा#@mansu'sway #विचार

read more

Anjana Gupta Astrologer

शीतला माता

read more
शीतला सप्तमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

 नाम शीतला सप्तमी, पूजा करे अष्टमी।  
शीतला सप्तमी की पूजा होती है, महिलाएं अष्टमी पूजती है।
फिर ज्योतिषी कहते हैं, भद्रा इसमें त्याग है। अब बताओ  देवी स्वयं ही भद्रा है। भद्रा में उसकी पूजा होनी चाहिए, लाभ मिलता है।परन्तु वहां भी न कार है।
[ सूर्य की एक किरण का नाम भद्रा है, जो सूर्य सप्तमी को आती है।
 इसलिए उसका नाम शीतला सप्तमी रखा। उसकी सवारी गर्भद है। गधे की चाल से पृथ्वी लोक पर आती है। गधी के एक बूंद दूध की जन्म लेते ही बालक को दे दी जाय, माता के दूध पिलाने से पूर्व तो शीतला का प्रकोप कभी नहीं होगा। गले के रोग चेचक महामारी को आदि के लिए जरूर पूजन सूर्योदय से पहले करे। अग्नि को प्रज्वलित न करें। 
शीतले त्वं जगन्माता शीतले त्वं जगत् पिता । शीतले त्वं जगद्धात्री शीतलायै नमो नमः।।
इतनी दिन गर्म खाते थे, गर्म स्वभाव होगया था, आज ठंडा खाओ, ठंडे स्वभाव के हो जाओ। शीतला देवी आप सभी की रक्षा करे। अंजना ज्योतिषाचार्य शीतला माता

vandana,s hobby & crafts

#jai बुढ़िया शीतला माता की #nojoto #

read more
vandana sahu

©vandana,s hobby & crafts ##jai बुढ़िया शीतला माता की ##nojoto #

Anchor Manish Sharma

शीतला माता जी #समाज

read more

@nil J@in R@J

जय माता दी मां शैलपुत्री प्रथम व्रत की कथा

read more
#जय मां शैलपुत्री🚩 
मां शैलपुत्री - पहले नवरात्र की व्रत कथा
एक बार प्रजापति दक्ष ने एक बहुत बड़ा यज्ञ किया। इसमें उन्होंने सारे  देवताओं को अपना-अपना यज्ञ-भाग प्राप्त करने के लिए निमंत्रित किया, किन्तु शंकरजी को उन्होंने इस यज्ञ में निमंत्रित नहीं किया। सती ने जब सुना कि उनके पिता एक अत्यंत विशाल यज्ञ का अनुष्ठान कर रहे हैं, तब वहाँ जाने के लिए उनका मन विकल हो उठा।

अपनी यह इच्छा उन्होंने शंकरजी को बताई। सारी बातों पर विचार करने के बाद उन्होंने कहा- प्रजापति दक्ष किसी कारणवश हमसे रुष्ट हैं। अपने यज्ञ में उन्होंने सारे देवताओं को निमंत्रित किया है। उनके यज्ञ-भाग भी उन्हें समर्पित किए हैं, किन्तु हमें जान-बूझकर नहीं बुलाया है। कोई सूचना तक नहीं भेजी है। ऐसी स्थिति में तुम्हारा वहाँ जाना किसी प्रकार भी श्रेयस्कर नहीं होगा।'

शंकरजी के इस उपदेश से सती का प्रबोध नहीं हुआ। पिता का यज्ञ देखने, वहाँ जाकर माता और बहनों से मिलने की उनकी व्यग्रता किसी प्रकार भी कम न हो सकी। उनका प्रबल आग्रह देखकर भगवान शंकरजी ने उन्हें वहाँ जाने की अनुमति दे दी।

सती ने पिता के घर पहुँचकर देखा कि कोई भी उनसे आदर और प्रेम के साथ बातचीत नहीं कर रहा है। सारे लोग मुँह फेरे हुए हैं। केवल उनकी माता ने स्नेह से उन्हें गले लगाया। बहनों की बातों में व्यंग्य और उपहास के भाव भरे हुए थे।

परिजनों के इस व्यवहार से उनके मन को बहुत क्लेश पहुँचा। उन्होंने यह भी देखा कि वहाँ चतुर्दिक भगवान शंकरजी के प्रति तिरस्कार का भाव भरा हुआ है। दक्ष ने उनके प्रति कुछ अपमानजनक वचन भी कहे। यह सब देखकर सती का हृदय क्षोभ, ग्लानि और क्रोध से संतप्त हो उठा। उन्होंने सोचा भगवान शंकरजी की बात न मान, यहाँ आकर मैंने बहुत बड़ी गलती की है।

वे अपने पति भगवान शंकर के इस अपमान को सह न सकीं। उन्होंने अपने उस रूप को तत्क्षण वहीं योगाग्नि द्वारा जलाकर भस्म कर दिया। वज्रपात के समान इस दारुण-दुःखद घटना को सुनकर शंकरजी ने क्रुद्ध होअपने गणों को भेजकर दक्ष के उस यज्ञ का पूर्णतः विध्वंस करा दिया।

सती ने योगाग्नि द्वारा अपने शरीर को भस्म कर अगले जन्म में शैलराज हिमालय की पुत्री के रूप में जन्म लिया। इस बार वे 'शैलपुत्री' नाम से विख्यात हुर्ईं। पार्वती, हैमवती भी उन्हीं के नाम हैं। उपनिषद् की एक कथा के अनुसार इन्हीं ने हैमवती स्वरूप से देवताओं का गर्व-भंजन किया था #NojotoQuote जय माता दी मां शैलपुत्री प्रथम व्रत की कथा

Shravan Goud

माता शीतला सबको जीवन में सुख शांति दें 🙏

read more
शीतला सप्तमी की शुभकामनाएं 🙏 माता शीतला सबको जीवन में सुख शांति दें 🙏

Vishal Gj

माता शीतला के दरबार में दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ #शायरी #nojotophoto

read more
 माता शीतला के दरबार में दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ

Anjana Gupta Astrologer

शीतला सप्तमी

read more
शीतला सप्तमी की हार्दिक शुभकामनाएं।

 नाम शीतला सप्तमी, पूजा करे अष्टमी।  यह भ्रम आज तक ज्योतिषी नहीं तोड़ सके, तो पञ्चाङ्ग कि बात कौन मानेगा।
शीतला सप्तमी की पूजा होती है, महिलाएं अष्टमी पूजती है।
फिर ज्योतिषी कहते हैं, भद्रा इसमें त्याग है। अब बताओ  देवी स्वयं ही भद्रा है। भद्रा में उसकी पूजा होनी चाहिए, लाभ मिलता है।परन्तु वहां भी न कार है।
[ सूर्य की एक किरण का नाम भद्रा है, जो सूर्य सप्तमी को आती है।
 इसलिए उसका नाम शीतला सप्तमी रखा। उसकी सवारी गर्भद है। गधे की चाल से पृथ्वी लोक पर आती है। गधी के एक बूंद दूध की जन्म लेते ही बालक को दे दी जाय, माता के दूध पिलाने से पूर्व तो शीतला का प्रकोप कभी नहीं होगा।
शीतले त्वं जगन्माता शीतले त्वं जगत् पिता । शीतले त्वं जगद्धात्री शीतलायै नमो नमः।।

 इतनी दिन गर्म खाते थे, गर्म स्वभाव होगया था, आज ठंडा खाओ, ठंडे स्वभाव के हो जाओ। शीतला देवी आप सभी की रक्षा करे। अंजना ज्योतिषाचार्य शीतला सप्तमी

Chandrawati Murlidhar Gaur Sharma

शीतला माता की कहानीnojotokahaniyaan #Kahaniyaan pratibha Singh thakur Royal Gujarat Rakesh Srivastava Sitaram Saini Munna Singh #पौराणिककथा

read more

Astro guruji

# गुरुवार की कथा

read more
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile