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Himanshu

ये दिल नही हैं मेरे सरकार ........
अजब सी ख़ामोशी में गजब का हंगामा है !!!!!! #Struggle #कशमकश #शायरी #जिंदगी

Himanshu

ये दिल नही हैं मेरे सरकार ........
अजब सी ख़ामोशी में गजब का हंगामा है !!!!!!


 #Struggle #कशमकश #शायरी #जिंदगी

AJ!sHerE!

कशमकश nojotoapp nojoto कविता बात कशमकश शायरी love poem khayal friendship

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"कशमकश" 
हाँ तुमसे मोहब्बत सी हो गयी है हर वक़्त तुम्हारे साथ रहना चाहता हूँ,
सोचता हूँ आज तुम्हें कहदूँ पर तुमसे दोस्ती ना खो दूँ इस बात से डर जाता हूँ!! कशमकश
#nojotoapp #nojoto #कविता #बात #कशमकश #शायरी  #love #poem #khayal #friendship

Raja Saheb

कशमकश कशमकश

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ये कश्मकश है ज़िन्दगी की,
...कि कैसे बसर करें
ख्वाहिशें दफ़न करें या चादर बड़ी करें कशमकश
कशमकश

VATSA

ये जो कशमकश की आग तूने लगाई है 
ये बुझे गी कभी? या जलता रहूं मै यूँ ही  #आग #pyaar #प्यार #yqhindi #yqdidi #शायरी #कशमकश #vatsa

Anand Kumar ' Shaad '.

कशमकश

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इन्हीं अंधेरों उजालों के दरम्यान हर मुलाकात गुज़रती है,
महबूब के यादों के सावन में बरसात गुजरती है,
आरजुएं, ख्वाहिशें, गिले शिकवे, ग़म और ख़ुशी,
ऐसे ही कशमकश के दरम्यान हयात गुजरती है ।
poet: anand kumar 'shaad' कशमकश

@RD

कभी चाँद बनके चमक गये

कभी खाक बनके बिखर गये

ये मेरी रात है कि चार दिन

 कशमकश में गुज़र गये। #कशमकश

Mr Abhiyanta

ये कैसा दिल है???

कभी चाहत की थी जो बेवजह।
आज उसे भूलाने की वजह ढुंढता है।।

~Mr_Abhiyanta #कशमकश

anoop rawat

कशमकश  

ये शिशकता हुआ मंजर सा क्यूँ  है |
ये खामोशी का अंबर सा क्यूँ  है |
क्यूँ रुक गए सारे आसरों  मैं अपने ,
ये कब्रों भरा बाजार सा  क्यूँ  है |

ये खुदा के दरबार सब क्यूँ  बंद है |
ये प्यार भरा इजहार सब क्यूँ  बंद है |
क्यूँ  फासले हुए मुक्करर अपनों से , 
ये उनका दीदार सब क्यूँ  बंद है |

फ़लसबा सबको सबक मिला है |
मेरे मन मस्तिक मैं भी , जुगनू  जल उठा है |
काटते नहीं  कटते हैं ये पल ,
बाटने को  कुछ , बचा ही क्या है |

कल बचते थे रूबरू होने से उनके ,
आज उनसे एकरार को तरसते हैं |
दूरी कल जो गज भर नहीं थी |
फासले मिलों भर, यूं ही  नापा फिरते थे |
आज जब फासले करीब ले आए हैं  मन मैं ,
तो खुदा की चाबुक और जंजीर से डरते हैं |

ईश्वर क्यूँ  इंसान को इतना कमजोर बनाया |
दिमाग रहमत कर,  जाहिल बनाया,  खुदकर्ज बनाया |
हम से तो जंगली गूंगे   भले हैं ,
कम-स-कम अपनों मैं मोहब्बत तो रखते हैं |

                                                        अनूप रावत #कशमकश

Srashti kakodiya..

जिंदगी की कशमकश में यूं तो आज भी मै उलझी हूं मगर वक्त का बहाना बनाकर अपनों को भूल जाना मुझे आज भी नहीं आता.... #कशमकश#
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