Find the Latest Status about सायली छंद from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, सायली छंद.
हिमपुत्री किरन पुरोहित
अधूरा चांद का टुकड़ा तेरे मुखडे सा साथी अधूरा सायली छंद...........
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
सुनो बताओ तुम क्या लगता तुम्हें प्रेम नहीं मुझे 🌹 व्यर्थ प्रेम अभिव्यक्ति काव्य पंक्तियों में कर रही मैं 🌹 अच्छा तुम कहो समझाओ थोड़ा मुझे प्रेम गाथा सुनाओ 🌹 सायली छंद रचना Copyright protected ©️®️ 25/09/2020 #mनिर्झरा #yqhindi #yqdidi #yqlove #bestyqhindiquotes
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
सुनो बहुत क़ुछ लिख दिया है तुमने कभी पढ़ा कहा जो मैंने तुमने कभी सुना समझा कभी जाना छोड़ो क्या कहूँ तुम ठहरे ज्ञानी प्रेम अज्ञानी विज्ञानी 🌹 यह रचना सायली छंद में है जिसमें पाँच पंक्तियों का समूह होता है और प्रत्येक समूह अपने आप में पूर्ण होता है! पहली पंक्ति में एक,दूसरी पंक्ति म
SUNIL MADAAN
तुम गीत, मेरे तुम हो सरगम गुनगुनाऊँ तुम्हें हरदम 🎵 कोलैबोरेशन ओपन 👈😇 सायली छंद -------------- सायली विधान : इसे पाँच पंक्तियों में लिखा जाता है। नियम..... ◆ पहली पंक्ति में एक शब्द ◆ दूसरी प
Vijay Tyagi
तम छिटक गया भानु प्रभात में जब ठिठक गया.... Pic credit : Google images सायली छंद *विधा परिचय* विधा : सायली शैली : गद्य
SUNIL MADAAN
सावन की बरसात में मेरी हो पहली मुलाकात तुम कोलैबोरेशन ओपन 👈😇 सायली छंद -------------- सायली विधान : इसे पाँच पंक्तियों में लिखा जाता है। नियम..... ◆ पहली पंक्ति में एक शब्द ◆ दूसरी प
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
सुनो प्रियतम मेरे🌹 (तीन भाग का भाग ---3) ओ.. प्रियतम मेरे तुम साँझ सवेरे रजनी मैं अकेले मैं गीत प्रिय तुम भाव मेरे निरर्थक शब्द अकेले नाथ मैं हृदय तुम धड़कन मेरी प्राण व्यर्थ अकेले सुनो.. प्राणेश्वर मेरे अंगीकार करो मुझको निष्प्राण देह अकेले 🌹 सुनो प्रियतम मेरे🌹 (भाग ---3) ओ प्रियतम मेरे तुम साँझ सवेरे
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
सुनो प्रियतम मेरे...🌹 (तीन भाग का भाग---1) सुनो प्रियतम मेरे तुम बिन मैं भवसागर में अकेले गुम हो जाती स्वयं में कहीं बिन तुम्हारे अकेले कैसे कहूँ मैं जो था कहना तुमसे मुझे अकेले 🌹 "सुनो प्रियतम मेरे" भाग---1 #सायलीछंद #सायलीविधा #yqhindi #bestyqhindiquotes #tum
CM Chaitanyaa
स्वर साध्य हैं जो आराध्य हैं, रहते सदा विशुद्ध! (अनुशीर्षक में) सायली छंद में रचित कृति : स्वर साध्य हैं जो आराध्य हैं, रहते सदा विशुद्ध!
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
सुनो प्रियतम मेरे🌹 (तीन भाग का भाग----2) नहीं समझा पाती मन के भाव कुछ भी अकेले रहना तुम्हारे संग दूर कहीं मुझे साजन मेरे अकेले अब आ जाओ न तड़पाओ तुम व्याकुल मैं अकेले 🌹 सुनो प्रियतम मेरे🌹 (भाग----2) नहीं समझा पाती मन के भाव कुछ भी