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Dr. H(s)uman , Homoeopath
लोग इतने रफ़्तार में हैं कि कैसे हो, सब ठीक है ना? ये भी पूछना भूल जाते हैं। ©Dr. H(s)uman , Homoeopath रफ़्तार
Alok Verma "" Rajvansh "Rasik" ""
चाहिए थी रफ़्तार यूं आगे जाने की। फरिस्तो को कोशोदूर छोड़ जाने की। ये किसने जाना था अगर कुदरत से उलझेंगे, खुद के बीच हम खुदा को भी खोजेंगे, क्यू तरक्की में हम यूं खो गए, चाहते जग गयी खुदा से आगे जाने की। रफ़्तार .......!
usha
सफर कितना तेज़ है रुकता भी नहीं सब इतने आगे है की मुझे पीछे से कुछ दिखता भी नहीं # रफ़्तार
शिवेन्द्र कुमार यादव
रफ़्तार से जीवनशैली बढ़ रही है... रफ़्तार से ही ज़िन्दगी मिट भी रही है... रफ़्तार.....
Geet Misha
ज़िन्दगी में चलते रहना जरूरी हैं रफ़्तार किसे चाहिए अगर जीतने का जूनून है तुम्हारे भीतर तो फिर तलवार किसे चाहिए रफ़्तार
एस पी "हुड्डन"
ये जो दौड़ भाग रहा है शहर अपनी रफ़्तार में, यह क्या जाने कितना सकूं है गाँव के प्यार में। कहीं चौपालें सजती है कहीं मित्रों की मंडली, खूब रौनकें लगी रहती है पतझड़ में बहार में। अपना गाँव बिल्कुल शहर के जैसा नहीं जहां, महंगे तहफों के लिए याद करते हैं त्यौहार में। पिज़्ज़ा बर्गर चाऊं चौमिन का शौक नहीं यहां, खुश रहते हैं लोग सादे विचार सादे आहार में। घूमना फिरना हँसी ठिठोली ये मौज़ मस्तियां, यहां शहर जैसे नहीं मिलेंगे लोग चार दीवार में। दया करुणा अपनत्व सब है गाँव में मुफ्त का, जो ढूंढने से भी नहीं मिलता शहर के बाजार में। ©एस पी "हुड्डन" #रफ़्तार #Cityscape
Amit Kumar Singh
The mountain, ज़िन्दगी को इतनी रफ़्तार मत देना कि महीनों में इतवार ही ना दिखे, एक बात और: ज़िन्दगी को झुटी कतार में ना रखना, कि संसार में खुद का किरदार ही ना दिखे। #ज़िन्दगी #रफ़्तार
_जागृति@**शर्मा..."अजनबी"
" रफ़्तार से..." लहरें चलती नदिया बहती, चलती नौका भी पतवार से लक्ष्य साध कर चलता जा, राही तू अपनी रफ़्तार से कर्म को बना के तू लाठी मेहनत से महका दे मानव काया की माटी अपनों के रंगो से सजा कर ख़्वाबों की मूरत को तू आकार दे चलता जा तू चीर के अंधेरा, कदमों से जीवन को नया प्रकाश दे लक्ष्य साध चलता जा ,राही तू अपनी रफ़्तार से कहती यहां दुनिया, सुनते तेरे कान है सुन के सहम सा जाता ये मन तेरा आशा निराशा में डूबी शाम चिंताओं ने जीवन घेरा क्यूं सोचे राही तू इतना,ये जीवन बस कुछ क्षण का ही तो मेहमान है परींदो से तू जीना सीख रे राही, जीवन को नया विचार दे लक्ष्य साध तू चलता जा राही, बस अपनी रफ़्तार से राही तू अपनी रफ़्तार से........ #@रफ़्तार से....##