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SHIVAM MISHRA
White बस यू ही ......कुछ यादें.....🤔🙃🥹 ©SHIVAM MISHRA #Sad_Status #Life #लव #SAD मित्रों Kshitija Kartik Sircastic Saurabh Şhiiงน
Sad_Status Life लव SAD मित्रों Kshitija Kartik Sircastic Saurabh Şhiiงน
read moregaTTubaba
White दो समंदर भला पानी से पानी दुश्मनी क्यों रखता होगा ? देखना चाहता हूँ घर के सामने का समंदर आँखों का बीचमें क्यों आता होगा ? ©gaTTubaba #Thinking दो समंदर भला पानी से पानी दुश्मनी क्यों रखता होगा ? देखना चाहता हूँ घर के सामने का समंदर आँखों का बीच में क्यों आता होगा ?
#Thinking दो समंदर भला पानी से पानी दुश्मनी क्यों रखता होगा ? देखना चाहता हूँ घर के सामने का समंदर आँखों का बीच में क्यों आता होगा ?
read moreSHIVAM MISHRA
White बस यूं ही....... *********** कहानी अब पुरानी जा रही है गुजारी बस जवानी जा रही है वो बाते कब की मिट चुकी है झूठी। बस बयानी। जा रही है रंगो की महफिल हर तरफ है काटी मिरी बागवानी जा रही है आयो, शिवम अब लौटा चले सारी कीमती, निशानी जा रही है ©SHIVAM MISHRA #Thinking #God #Life मित्रों ꌗꃅꀤꀤꃴꀎ ANOOP PANDEY ꕶΛNΛϻ Sonia Anand
अपर्णा विजय
White कौन है यह चार लोग जो कि सवाल बहुत करते हैं हर एक की जिंदगी में ,बवाल बहुत करते हैं बिन पोथी के ही ये ज्ञानी सारा ज्ञान रखते हैं सही गलत के क़ायदों की ये तो खान रखते हैं न जाने कितने ही ख्वाबों को ये निगल जाते हैं और कहते हैं हम तो अपने काम से काम रखते हैं कहीं शहनाई हो या किसी की अंतिम विदाई हो ये तो अपनी ज़बान को व्यस्त सरेआम रखते हैं और कहते हैं कि हम बस अपने काम से काम रखते हैं ©अपर्णा विजय #चार लोग
#चार लोग
read moreParasram Arora
White चार दिनों क़ी जिंदगी मे से दो दिन तों हमने हँसरे खेलते किसी तरह गुज़ार दिए अब बचे खुचे बाकि के दो दिन कैसे गुजरेँगे? उनका मुस्तकबिल क्या होगा? मै क्या कोई भी नही जानता मेरे खुदा के सिवाय ©Parasram Arora चार दिनों क़ी जिंदगी
चार दिनों क़ी जिंदगी
read moreMayuri Bhosale
🤪🤪 नवऱ्याचे बोलणे कसे बायकोला खुपले....(विनोदी संवाद)🤷😏🫣🤪 नवरा आजकाल मला बोलतो कसा काही नवीन रेसिपी करू नका शांत जरा बसा रोज नवीन डिश खाऊन खाऊन कंटाळा आलाय मला हे सगळं तुझं तेच ते पाहून नवीन रेसिपी करून झाली आहेस खुळी देशील बाई माझा कुठेतरी आता बळी पहिलीच होतीस तशी राहा बरी नाहीतर लोक येऊन विचारतील आहे का ती वेडी घरी तुझ्या रेसिपी तर नाहीत काही खास लावू नकोस जीवघेणा फुकटचा गळ्याला फास रोजच खाऊन नवीन रेसिपी झालेत वांदे रिकाम्या टेकड्या माणसांचे असलेच उद्योगधंदे बघा काही जमतय का नोकरीचे असले नाद सोडून प्रयत्न करा पोटाच्या भाकरीचे ©Mayuri Bhosale विनोदी संवाद
विनोदी संवाद
read moreF M POETRY
a-person-standing-on-a-beach-at-sunset समंदर के किनारे आ के अक्सर बैठ जाता हूँ.. सुना है दिल के दर्द-ओ-ग़म समंदर सोख लेता है.. यूसुफ़ आर खान... ©F M POETRY #समंदर के किनारे आ के अक्सर..
#समंदर के किनारे आ के अक्सर..
read moreAjay Tanwar Mehrana
मानने और जानने में फरक होता है , अंधविश्वास भी एक नरक होता है ! हमारे बीच बस अंतर है इतना कि - आप हमें मानते हैं हम तुम्हे जानते है ! पहचानने और चाहने में फरक होता है एक तरफा प्यार भी नरक होता है , हमारी चाहत में बस अंतर है इतना कि हम तुम्हें चाहते बस आप पहचानते हैं ! . ©Ajay Tanwar Mehrana अंतर बीच हमारे poetry on love
अंतर बीच हमारे poetry on love
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