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महादेव जरे
बस मुस्कुराना पसंद है फिर, हमारा हो या आपका.. बस मुस्कुराना पसंद है,* *फिर...* *हमारा हो या आपका
Ali Shamir Ali
बस मुस्कुराना पसंद है..... फिर.... हमारा हो या ,किसी ओर का. 😊 ❤ बस मुस्कुराना पसंद है..... फिर.... हमारा हो या ,किसी ओर का. 😊❤
ANIL KUMAR
एक बार तो लबों से इजहार-ए-इश्क कर दे फिर हमारा तमाशा बने तो क्या मलाल? #कुछपलदिलकेपास#कुछअनछुएपहलू #अनिल_कुमार #निश्छल#कविशाला #2liner
Himanshu Chaturvedi
तुम्हे लिखे खत आज भी सिराने संभाल के रखे हैं इस सोच से न दे पाए कि.. ... तुमने कभी जज़्बात नहीं समझे तो अल्फ़ाज़ क्या समझोगे दिल्लगी किया करते थे तुम तो.... ..........के दिल्लगी का शौक था तुमको तो फिर हमारा ये इश्क़ मोब्बत प्यार क्या समझोगे !! ✍__Hc तुम्हे लिखे खत आज भी सिराने संभाल के रखे हैं इस सोच से न दे पाए कि.. ... तुमने कभी जज़्बात नहीं समझे तो अल्फ़ाज़ क्या समझोगे दिल्लगी किया कर
sushma Nayyar
खनक कर सिक्कों ने ईमान को आवारा किया बेच कर चांदनी , चांद को बेचारा किया रफ्तार भरी ज़िंदगी में रुकने का दस्तूर नहीं पर ठोकरें हो किस्मत में , तो फिर हमारा कसूर नही तरसते हैं परिंदे अब बेबाक उड़ान को धूल हुआ जीवन सारा, जुटाने में ख्वाहिशों को दिन रात दौड़ जीवन की , खारिज हुई हंसी इन बेमुर्रवत ख्वाहिशों में, ज़िन्दगी ऐसी फंसी ।। खनक कर सिक्कों ने ईमान को आवारा किया बेच कर चांदनी , चांद को बेचारा किया रफ्तार भरी ज़िंदगी में रुकने का दस्तूर नहीं पर ठोकरें हो किस्मत म
आयुष पंचोली
हां जी इश्क ही तो हुआ हैं हमे तुमसे, हां वही वाला जो खुद से ज्यादा तुम्हारी फ़िक्र मे, हर पल शब्दो मे हमारे, हर जगह हर बातो मे हमारी , सिर्फ एहसास आपका ही कराता हैं....❤ सच कहुँ , अब आपके बिना एक पल भी जीया नही जाता हैं...❤ जानता हूं बस कुछ ही दिन बचे हैं, फिर हमारा हर एक पल एक दुसरे के साथ ही गुजरेगा। पर ये कुछ दिन ही बेचेनियाँ बहुत बड़ा रहे हैं। हम खोते जा रहे हैं खुद को, और आपके होते जा रहे हैं।❤ ©आयुष पंचोली हां जी इश्क ही तो हुआ हैं हमे तुमसे, हां वही वाला जो खुद से ज्यादा तुम्हारी फ़िक्र मे, हर पल शब्दो मे हमारे, हर जगह हर बातो मे हमारी , सिर्फ
Shekhar
कुछ ऐसा हाल है बाबा, सभी बेहाल है बाबा।(1) ये दंगे और ये झगड़े, सियासी चाल है बाबा।(2) कदम रखना संभल कर तुम, ये दुनिया जाल है बाबा।(3) हुए है क़ैद घर में सब, ये कैसा साल है बाबा।(4) भरी है जेब जिसकी भी, वही खुशहाल है बाबा।(5) करोना है वबा या फिर, हमारा काल है बाबा।(6) ये दुनिया है नहीं जन्नत,
Manish Tusham Panipat
एक कलम ऐसी चाहिए जिस में दवात न हो, कुछ खाली पन्ने जिनके कोई अस्तित्व ही न हो, एक कविता लिखती मैं, जिस में कोई शब्द ही न हो और, तुम सब प