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Kamla Singh
झूटा रंग तू -------- पिछली यादों की दीवार पर चढा़या था मैंने जो रंग तुम सा आज़माईश की धूप में बदरंग हो गया न ? कहा था न मैंने उस रंग पर किसी रंग का चढना नामुमकिन है वो मेरा पिछला रंग बहुत पक्का है और मैं रंगमहल उस रंगीन दीवार से घिरी। कमला सिंह "जी़नत" झूठा रंग प्यार का
Dharminder Dhiman
एक नंबर का झूठा,"हाँ" सही सुना। एक नंबर का झूठा हूं..."मैं"...? मेरी बातों में मत आना.... हाँ सच..,एक बात और, कल मैंने कहा था ना, कि तुम बहुत सुंदर हो....! एक नंबर का झूठा
लेखक ओझा
मुंह बिचकाए बाल बिखराए भवों पर दिए तान है, कुछ झुरमुट से लटके झटके कर कमलों से काया पलटने का लिए औजार है यह हुस्न का झूठा बाज़ार है। ©लेखक ओझा हुस्न का झूठा बाज़ार है…
mk uikey
घर से भागी हुई लड़किया अक्सर ले जाती है अपने साथ मां –बाप की इज्जत उनकी मान मर्यादा और उनके सपने ,जो उन्होंने उसके पैदा होते से ही देखे थे और ले जाती है उन लड़कियों की आजादी जो अपने पैर पर खड़े होना चाहती हैं ©mk uikey प्यार का झूठा मुखौटा #mask
Sankalp Shukla{योगी}
आँखों का , दर्पण झूठा था । या ह्रदय का अर्पण झूठा था । यदि उसको , स्नेह नही था । क्या प्रेम समर्पण झूठा था । आँखों का , दर्पण झूठा था । या ह्रदय का अर्पण झूठा था । यदि उसको , स्नेह नही था । क्या प्रेम समर्पण झूठा था ।
KRISHAN MEENA
हम उस रास्ते से गुजरे हैं, जिस रास्ते से कभीं दर्द भी ना गुजरा था, थमा था समा सारा, हर तरफ़ वीरानियों का बसेरा था, मैं खुद ही जानता हूं मैं कितना तड़पा था, किसी को कोई फर्क ही नहीं पड़ता ये दर्द तो बस मेरा था, जो ग़मों की सौगातें थी, हर तन्हाई मे मुझे ही सहना था, मैं तेरे से बात करना चाहता था , तुझको प्यार करता था , तेरी ही ख्वाहिश लिए हर वक़्त तेरी राहें ताकता था , पर तुझे तो कोई परवाह ही नहीं, तूझे तो किसी और से प्यार करते रहने मे, busy रहना था, मेरा दिल मेरी जान बस तूझे ही चाहता है, तू क्यों समझती नहीं है, ये तेरी ही तमन्ना दिल में पालता है, तू ख्यालों से क्यों हक़ीक़त मैं नहीं आती, क्यों हर वक़्त दर्द देती मुझको, क्यों ख्यालों से तू सवालों मे ही उलझी रहतीं, क्यों तू हर वक़्त करतीं मुझको Ignore जैसे मैं तेरे लिए कोई अनजान, कल तक तो था मैं तेरी ही था जान, आज करती हैं पहचान ने से मुझे ही इंकार, क्यों FAKE सा हैं तेरा प्यार, आज मेरे साथ , कल किसी और के थी तू साथ, ऐसा इश्क़ मे क्यों होता है, झूठा प्यार, आजकल का 😓😓