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New रत्नों की आयु Quotes, Status, Photo, Video

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महेन्द्र मधुर

मेरे सिंदूर की आयु #nojotovideo

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Aadesh jain

मंगलगिरी पंचकल्याणक में हो रही 251 रत्नों की प्रतिमाएं #nojotophoto

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 मंगलगिरी पंचकल्याणक में हो रही 251 रत्नों की प्रतिमाएं

BANDHETIYA OFFICIAL

#बारिश और ऋतु की आयु ! #जानकारी

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कुछ ऐसी बारिश की प्रतीक्षा,
सावन में  मौसम की समीक्षा,
ली कैसी जाती ये परीक्षा,
बदलाव की कैसी दीक्षा-
ली जलवायु ने न जल,न वायु,
ऋतु की परखें भला क्या आयु ?

©BANDHETIYA OFFICIAL #बारिश और ऋतु की आयु !

Ragini Kamti 🐯

#आयु

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आयु का एक दौड़ दिया हैं तुमको,

और तुम मिले भी नहीं #आयु

anandi

#सीखने की कोई आयु नही होती हैं। #Thoughts

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“In order to be knowledgeable in these changing times, we must pursue a constant program of self-improvement, a never-ending journey into new fields of knowledge and learning.”

©anandi #सीखने की कोई आयु नही होती हैं।

#Thoughts

AaYu

खुली आसमां के नीचे बैठ 
पूरी दुनिया को अपना लेना,
अगर फिर भी तुझे मेरी याद आए तो
 मुझे भी अपने पास बुला लेना..!! #प्यार #याद #आयु

AaYu

हम हौसला यूंही हारा नहीं करते,
हम मुश्किलों से भागा नहीं करते,
हम वो है जो हर पल खुद को तैयार करते है। #आयु #हौसला #ज़िन्दगी

वेदों की दिशा

।। ॐ ।।
त्रायुषं जमद्गने: कश्यपस्य त्रायुषं ।
 यददेवेषु त्रायुषं तन्नोअस्तु त्रायुषं ।

पद पाठ
त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। ज॒मद॑ग्नेरिति॑ ज॒मत्ऽअ॑ग्नेः। क॒श्यप॑स्य। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। यत्। दे॒वेषु॑। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम्। तत्। नः॒। अ॒स्तु॒। त्र्या॒यु॒षमिति॑ त्रिऽआयु॒षम् ॥

है जगदीश्वर ! आपकी कृपा से जैसे विद्वान लोग विद्या धर्म और परोपकार के अनुष्ठान से आनंदपूर्वक तीनसौ वर्ष पर्यंत आयु को भोगते हैं , वैसे ही तीन प्रकार के ताप से शरीर,मन, बुद्धि,चित्त ,अहंकाररूप अंत:करण इन्द्रिय और प्राण आदि को सुख करने वाले विद्या विज्ञान सहित आयु को हम लोग प्राप्त होकर तीनसौ वा चारसौ वर्ष पर्यंत सुखपूर्वक भोगें ।।

Jagadishwar!  By your grace, as scholars enjoy the rituals of learning, religion and philanthropy, for the age of three to seven years, in the same way, the three types of heat, body, mind, intellect, mind, egoism, inner senses and soul, etc.  We will get the age including science and enjoy it happily till the age of three or four years.

( यजुर्वेद ३.६२ ) #यजुर्वेद #वेद #आयु
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