Find the Latest Status about प्यार के बंधन from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, प्यार के बंधन.
Vickram
White अगर आप किसी को हमेशा सुबह उठते वक्त और शाम सोने से पहले सोचते हैं । और जिसे भूलना आपके वश में नहीं । तो यकीनन ये एक अटूट बंधन है । जिसे आप बहुत भूलने की कोशिश करते हैं । और हर बार नाकाम हो जाते हैं । ये कोई आम रिश्ता नहीं होता वर्ना हर कोई हमारे मन में घर कर लेता । ©Vickram #bike_wale एक अजीब सा बंधन
Anuj Ray
White प्यार के नाम कर दिया" बर्बाद मोहब्बत के ,कुछ टूटे हुए ख़्वाब, उजड़ा हुआ दामन ,और ज़ख्म बे हिसाब। आखिरी वक्त में ,यही बचा था मेरे पास, सब कुछ तुम्हारी ,वसीयत में लिख दिया। सबकी नज़रों में गुनहगार ,मैं ही हूं, बिना किसी का नाम लिए ,प्यार के नाम लिख दिया। ©Anuj Ray # प्यार के नाम लिख दिया"
Anuj Ray
शबनम के मोतियों से मेरी जान,तेरे बुलबुले हैं प्यार के। आजा बहार बनके, कि अब कटते नहीं हैं दिन इंतज़ार के। ©Anuj Ray # तेरे बुलबुले है प्यार के"
Arun Mahra
आखों से दूर हैं पर मोहाब्त से नहीं और दूर होंगे तो तेरे दिल से नहीं क्योंकि ये प्यार सिर्फ मेने तुमसे नहीं किया है तुमने भी प्यार किया है हमसे और ये प्यार हम दोनों को संभाल के रखना है जिंदगी भर के लिए और ये प्यार हमे सिर्फ नहीं निभाना है हम दोनों को निभाना ©Arun Mahra तेरा प्यार मेरा प्यार हमेशा के लिए जुड़े रहें
Writer @143
क्यों किसी के ख्योलो में खो जाते हैं। एक पल की दूरी में रो आते हैं।। कोई हमें बता दो हम ऐसे ही हैं। या प्यार करने के बाद सब ऐसे हो जाते हैं ©Writer #aaina प्यार करने के बाद
pawan kumar suman
Nature Quotes फुर्सत में दिलो जां लुटाती है, क़समें-वादे बखूबी निभाती है। होते ही नजरों से ओझल - क्या वो मुझे भूल जाती है? क्या मेरे तरह मिलन का इंतजार करती होगी? क्या मेरे तड़प को वो महसूस करती होगी? हरपल खोया रहता जिसके ख्यालों में- क्या एक पल ही सही मुझे याद करती होगी? बेपनाह मोहब्बत है उससे यादें-बीते लम्हों के किस्से। व्यथित मन हरपल ढूंढे - गुम हुए उन ख़ुशी के हिस्से। ©pawan kumar suman #NatureQuotes #प्यार के किस्से
Neel
सुबह सिंदूरी, दिन मख़मली, रात ही बैरन होय, पिया मिलन की आस में, मैं साँसें रही संजोय। कहा तो, क्या तुम साथ चलोगे, हाथों में ले हाथ, कभी न मुझसे दूर रहोगे, कर लूँ क्या विश्वास। मन उलझा है कई चक्र में, क्या बोलूँ क्या छोड़ूँ, मेरे मन की भाषा पढ़ लो, प्रीत मैं तुझसे जोड़ूँ। जनम-जनम का बन्धन है ये, आज की प्रीत नहीं है, जो - दो पल में ही, मिट जाए, ऐसी नियति नहीं है। सब कुछ कहकर भी- क्यूँ लगता है, बात न पूरी सी है, समझ सको तो समझ लो - क्यूँ ये, रैन अधूरी सी है।। 🍁🍁🍁 ©Neel जन्मों का बंधन 🍁