Find the Latest Status about खूबसूरती के गाने from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, खूबसूरती के गाने.
Aabid Khan
Beena Kumari
दोस्तों की दुनियां को मेरा नमस्कार, प्रणाम, # जैसे -जैसे हमारी उम्र बढ़ती है हम सुन्दर होते जाते हैं, सुन्दर इस मायने में कि हमारी जिद्द कम हो जाती है, हमारी समझ बढ़ जाती है,रंग रूप ढलता जरूर है लेकिन हमारी भीतरी सुन्दरता का रंग-रूप परवान चढ़ता है, हमारी दूसरों से अपेक्षाएं खत्म हो जाती है और उपेक्षा की तलवार कुंद हो जाती है, कोई कितनी भी उपेक्षा करे हम परवाह करना छोड़ देते हैं, जरूरतें नहीं के बराबर रह जाती है, जीवन क्षणभंगुर है यह सच अनायास ही मुंह चिढ़ाने लगता है जब कुछ दोस्त ,कुछ रिश्तेदार साथ छोड़ कर अंतिम विदाई लेते हैं,यह सच जीने की ताकत देता है मन के भीतर की सुन्दरता और अधिक निखरती है, चेहरे पर उभर आई झुर्रियां के बीच जब मुस्कराहट अपना रंग बिखेरती है महसूस होता है कि ईश्वर की अनुपम कृति सामने खड़ी है। यही है खूबसूरती है ©Beena Kumari #खूबसूरती#emotion#thought#beenagordhan
i_m_charlie...
White जिंदगी को बोहोत प्यार हमने दिया, मौत से भी मोहोब्बत निभायेंगे हम, रोते रोते जमाने में आए मगर, हंसते हंसते जमाने से जाएंगे हम। ©i_m_charlie... #Couple बोहोत प्यारी लाइन है गाने की।
Poet Kuldeep Singh Ruhela
#5LinePoetry बड़ी ही खूबसूरती के साथ कट रही थी जिंदगी यारो ये कैसी गम की हवा चली जो सब कुछ एक पल में बहा कर ले गई रह गया सिर्फ टूटे हुए मकानों के किस्से ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #5LinePoetry बड़ी ही खूबसूरती के साथ कट रही थी जिंदगी यारो ये कैसी गम की हवा चली जो सब कुछ एक पल में बहा कर ले गई रह गया सिर्फ टूटे
person
Kiran Chaudhary
हम भी अब मोहब्बत के गीत गाने लगे हैं, जब से वो हमारे ख्वाबों में आने लगे हैं.. ©Kiran Chaudhary हम भी अब मोहब्बत के गीत गाने लगे हैं... #shayaari #Love
Sushma
नये दौर कि नयी सी चाहते हैं, आसमां मे उड़ने कि ...... हम तो जीते उन्हीं पुराने जामाने में, लता मंगेशकर के गाने गुनगुनाते हैं, और रेलगाड़ी कि छुक छुक कहीं जाने कि असली खुशी महसूस कराती है..... ©Sushma #skylining नये दौर कि नयी सी चाहते हैं, आसमां मे उड़ने कि ...... हम तो जीते उन्हीं पुराने जामाने में, लता मंगेशकर के गाने गुनगुनाते हैं,
Poet Kuldeep Singh Ruhela
तुम्हारी खूबसूरती के चर्चे आम होने लगे! तुम्हारी फिक्र में हम यूं ही बदनाम होने लगे ! यूहि लिख रहे थे बस हम हिंदी मे गजले-- अब महफिल मे रफाकत के जाम होने लगे। कवि कुलदीप सिंह रुहेला सहरानपुर ©Poet Kuldeep Singh Ruhela #relaxation तुम्हारी खूबसूरती के चर्चे आम होने लगे! तुम्हारी फिक्र में हम यूं ही बदनाम होने लगे ! यूहि लिख रहे थे बस हम हिंदी मे गजले--